केजरीवाल ने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल को लेकर कहीं यह बात, बीजेपी ने भी दिया करारा जवाब
गुजरात विधानसभा चुनाव की तैयारियां जोरों पर शुरू हो गई हैं। गुजरात चुनावी जंग के मैदान में सभी राजनीतिक दल उतर गए है। आप के आने से राजनीतिक गतिविधियां अचानक तेज हो गई हैं। राजनीतिक पार्टी के नेता एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे है। वही लोगों से चुनावी वादे भी कर रहे हैं।
आप बेरोजगारों को मुफ्त बिजली, मुफ्त शिक्षा, मुफ्त स्वास्थ्य सेवाएं, पेंशन जैसे वादे कर लगातार सुर्खियों में रहने की कोशिश कर रही है। दिल्ली सरकार के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के खिलाफ सीबीआई जांच के बाद आम आदमी पार्टी और आक्रामक हो गई है। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल गुजरात के दौरे पर हैं।
दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने आज एक ट्वीट में दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी अब प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल को हटाने की तैयारी कर रही है।
गुजरात में भाजपा बुरी तरह से आम आदमी पार्टी से घबरायी हुई है। सूत्रों के मुताबिक़ जल्द ही गुजरात के भाजपा प्रदेश अध्यक्ष C R पाटिल को हटाया जा रहा है। क्या भाजपा इतनी ज़्यादा डरी हुई है?
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) August 23, 2022
अरविंद केजरीवाल ने अपने ट्वीट में कहा कि बीजेपी गुजरात में आम आदमी पार्टी से डरी हुई है। सूत्रों के मुताबिक बीजेपी अब प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल की जगह लेने की सोच रही है, क्या बीजेपी इतनी डरी हुई है?
ગોફણથી બ્રહમોસ મિસાઈલ ના પડે.
ગુજરાતીઓ હાથ લાંબો કરે તો આપવા માટે કરે, માંગવા માટે નહીં. આ ખમીરવંતા ગુજરાતીઓ આસામ, ગોવા, ઉત્તરાખંડ અને ઉત્તર પ્રદેશ કરતા પણ વધારે AAPની ડિપોઝીટ ગુલ કરાવીને વિક્રમ નોંધાવશે.@Zee24Kalak @abpasmitatv @News18Guj @tv9gujarati @ANI @Divya_Bhaskar https://t.co/kBBzHrEE6Y
— Dr. Bharat Dangar (@dangarbharat) August 23, 2022
पाटिल पर केजरीवाल के बयान पर बीजेपी ने भी जवाब दिया है। बीजेपी नेता भरत डांगर ने ट्वीट कर केजरीवाल ने जवाब दिया कि गुजरात में आप उम्मीदवार की डिपॉजिट गुल हो जाएगी। गुजराती मांगने के लिए नहीं बल्कि देने के लिए हाथ बढ़ाते हैं।
तो याग्नेश दवे ने ट्वीट कर केजरीवाल पर निशाना साधा कि केजरीवाल आप दिन में सपने देखना बंद कर दें। आप पहले अपना सोचें, पाटिल का नहीं।
केजरीवाल के ट्वीट से चर्चाएं शुरू हो गई हैं। गुजरात भाजपा ने दो दिन पहले अपने दो वरिष्ठ नेताओं राजेंद्र त्रिवेदी और पूर्णेश मोदी से दो महत्वपूर्ण खाते वापस ले लिए। इन दोनों मंत्रियों से कैबिनेट मंत्री का दर्जा भी वापस ले लिया गया है। पिछले साल सितंबर में विजय रूपाणी और उनके पूरे मंत्रिमंडल के अचानक हुए फेरबदल के बाद से इस कदम पर भी भारी बहस हुई है। बीजेपी गुजरात में 27 साल से सत्ता में है और आम आदमी पार्टी दिसंबर में चुनाव होने की संभावना के साथ सक्रिय हो गई है।