केरल टूरिज्म ने ठंड के मौसम में सैलानियों को आकर्षित करने की योजना बनाई
सूरत, 15 दिसंबर: त्यौहारों के दौरान अपनी पहल की सफलता से प्रेरित होकर, जिसने घरेलू पर्यटकों की संख्या में भारी उछाल ला दिया था, केरल टूरिज्म ने ठंड के मौसम के लिये कई सारे प्रोग्राम तैयार किए है। इन पहलों की मदद से केरल टूरिज्म भारी संख्या में देश के भीतर और विदेशी सैलानियों को आकर्षित करना चाहता है।
पर्यटन मंत्री, पीए मोहम्मद रियाज ने कहा कि अभी-अभी खत्म हुआ त्यौहारी मौसम, केरल टूरिज्म के लिये काफी सकारात्मक रहा। बड़ी संख्या में घरेलू सैलानी राज्य पहुंचे और यह कोविड-19 के बाद, पर्यटन के आकर्षण
को मजबूत कर रहा है।
उन्होंने अपनी बात रखते हुए कहा, “हमें केरल में सर्दियों की छुट्टियों को और भी ज्यादा बड़े पैमाने पर प्रचारित
करने का इंतजार है, यह राज्य टाइम मैगजीन में 2022 में देखे जाने वाले दुनिया के 50 अद्भुत ठिकानों में शामिल है। इस राज्य की कई सारी खासियतें, हाउसबोट्स, कारवां स्टे, जंगल लॉज, प्लांटेशन विजिट, होमस्टे, आयुर्वेद-आधारित वेलनेस सॉल्यूशंस और कंट्रीवाइड वॉक के अलावा एडवेंचर एक्टिविटीज, जिसमें हरी-भरी पहाड़ियों की ट्रेकिंग शामिल है, जैसे विभिन्न प्रकार के अनुभवों में निहित पर्यटकों की प्रतीक्षा कर रहे हैं।“हाल ही में संपन्न चैंपियंस बोट लीग (सीबीएल) ने देश भर से हजारों पर्यटकों, ट्रैवल ब्लॉगर्स और ट्रैवल फोटोग्राफरों को आकर्षित किया।
उन्होंने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा, दिसंबर 2022-अप्रैल 2023 के दौरान आयोजित होने वाली विश्व स्तर पर मशहूर कोच्चि-मुजिरिस बाइनिएल (केएमबी) भारत और विदेशी, दोनों पर्यटकों को आकर्षित करेगी।
पर्यटन प्रमुख सचिव, केएस श्रीनिवास ने बताया कि राज्य के पर्यटन और अतिथि-सत्कार उद्योग को महामारी
के पहले जैसी मजबूती हासिल हो चुकी है। उन्होंने कहा, “यह इस बात से साबित होता है कि केरल में मौजूदा
साल की पहली तीन तिमाहियों में एक साल पहले की समान अवधि की तुलना में घरेलू पर्यटकों की संख्या में
रिकॉर्ड तोड़ 196 प्रतिशत का उछाल देखा गया है।”
केरल ने इस सितंबर तक नौ महीनों में कुल 1,33,80,000 घरेलू पर्यटकों को दर्ज किया, जो पूर्व-कोविड 2019
की समान अवधि की तुलना में 1.49 प्रतिशत की वृद्धि दिखाता है। श्रीनिवास ने राज्य का रुख बदल देने वाले कारवां पर्यटन, ‘केरावन केरल’ का भी जिक्र किया, जिसे बहुत ही कम समय में इस इंडस्ट्री की ओर से बहुत ही बेहतरीन प्रतिक्रिया मिली। उन्होंने कहा, “हमारा प्रयास,पर्यटकों को ऐसे अनदेखी जगहों को दिखाने का है जोकि हमारे खूबसूरत राज्य में स्थित हैं।“
पर्यटन निदेशक, पी बी नूह ने कहा, “हमने करेल के नए प्रोजेक्ट को प्रभावी तरीके से दिखाने के लिये एक
व्यापक योजना बनाई है, साथ ही साथ सैलानियों के संपूर्ण अनुभव को और भी बेहतर बनाने के लिये इसके मुख्य
आकर्षण बीच, हिल स्टेशन, हाउसबोट्स और बैकवॉटर सेगमेंट को दिखाने की योजना है।
“घरेलू सैलानियों की संख्या में हुई अत्यधिक वृद्धि को ‘केरावन केरल’ जैसे नए उत्पादों को प्रदर्शित करते हुए
संभव बनाया गया था, जिसे बड़ी ही सावधानी से प्रचार और विपणन रणनीति के लिये तैयार किया गया था,
जिसमें केरल ट्रैवल मार्ट की भागीदारी भी शामिल है।” श्री पी बी नूह आगे अपनी बात रखते हुए कहते हैं,
“पर्यटन को बढ़ावा देने के लिये हमारी नई पहल पारिस्थितिक अनिवार्यताओं और स्थायित्व के अनुरूप हैं।
उन्होंने जानकारी दी कि इस कार्य के लिये विभिन्न मीडिया माध्यमों जैसे प्रिंट, टीवी, रेडियो और डिजिटल
प्लेटफॉर्म का भी लाभ उठाया गया है। “हम पूरी दुनिया के सामने केरल को एक सुरक्षित, आकर्षक, सत्कार के
लिये तैयार ठिकाने के रूप में दिखाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।”
नवंबर के दौरान मुंबई, पुणे, नागपुर और इंदौर में और दिसंबर में भुवनेश्वर, कोलकाता और वड़ोदरा में
आयोजित बी2बी पार्टनरशिप के पहले चरण को इस उद्योग से अत्यधिक उत्साहजनक प्रतिक्रिया मिली। केरल
पर्यटन ने ट्रैवल ट्रेड नेटवर्क गतिविधियों की एक श्रृंखला आयोजित करने की योजना बनाई है। इसमें व्यापार मेलों
में भागीदारी और व्यापक दर्शकों के लिये नए उत्पादों को पेश करने के लिए बी2बी रोड शो आयोजित करना
शामिल है।
घरेलू मार्केटिंग गतिविधियों के अंतर्गत, केरल टूरिज्म ओटीएम (आउटबाउंड ट्रैवल मार्केट) मुंबई; साउथ एशियन
ट्रैवल एंड टूरिज्म एक्सचेंज (एसएटीटीई) नई दिल्ली; और टीटीएफ चेन्नई जैसे व्यापार मेलों में भाग लेगा।