
महावीर इंटरनेशनल वीरा दृष्टि ने किया श्री योग गुरु सम्मान समारोह का आयोजन
सूरत शहर के अग्रणी 11 योग गुरुओं का सम्मान किया गया
सूरत। महावीर इंटरनेशनल वीरा दृष्टि, सूरत टीम के तत्वावधान में “श्री योग गुरु सम्मान समारोह 2025” का आयोजन शांतम, रीगा स्ट्रीट, कैनाल रोड, सूरत में बड़े ही भव्य एवं गरिमामयी वातावरण में सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम का उद्देश्य था उन योग गुरुओं को सम्मानित करना जिन्होंने समाज को स्वास्थ्य, संतुलन और दिशा प्रदान की है।
इस विशेष आयोजन में सूरत शहर के अग्रणी 11 योग गुरुओं का सम्मान किया गया, जिनमें हरपाल शास्त्री, अनिश रंगरेज, कमलेश मसालावाला, दिनेश चौधरी, नेहा सोलंकी, राकेश पांडे, सुरेंद्र गाड़िया, स्नेहलता वर्मा, अलका सांखला, नम्रता वर्मा, वीनू मेवछा उपस्थित थे।
कार्यक्रम की शुरुआत मंगल प्रार्थना और विद्याश्री अकैडमी, सूरत के विशेष बच्चों द्वारा प्रस्तुत सुंदर देशभक्ति गीत से हुई, जिसने सभी उपस्थितजनों को भावविभोर कर दिया। तत्पश्चात बच्चों द्वारा प्रस्तुत योग प्रदर्शन ने योग गुरुओं के मार्गदर्शन में एक अद्वितीय ऊर्जा प्रवाहित की।
मुख्य अतिथियों में कुणाल सेलर, पार्षद, सूरत, सुनीता विजय गुर्जर, अन्वी झंझरूकिया (रबर गर्ल ऑफ इंडिया), महावीर इंटरनेशनल एपेक्स उपाध्यक्ष गणपत भंसाली, विनोद अग्रवाल (शांतम परिवार) उपस्थित रहे।
संस्था अध्यक्ष वीरा निशा सेठिया ने स्वागत भाषण के दौरान उपस्थित श्री योग गुरुओं को कृतज्ञता ज्ञापित की। महावीर इंटरनेशनल वीरा दृष्टि सूरत की विभिन्न सेवाओं की जानकारी देते हुए योग की महत्ता पर प्रकाश डाला। योग को जीवन का आधार बताते हुए उन्होंने सभी को प्रेरित किया।
कार्यक्रम में उपस्थित सभी योग गुरुओं ने अपने प्रेरक अनुभव साझा किए और बताया कि किस प्रकार योग ने उनके जीवन को बदला और समाज में सकारात्मक प्रभाव डाला। कार्यक्रम की संयोजिका वीरा संगीता राठी, अनीता राठी के द्वारा मंच संचालन बहुत ही सुंदर रूप में प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम में उपाध्यक्षा वीरा स्मृति जैन, वीरा मीनाक्षी जैन ,वीरा रीना जैन, वीरा लता जैन, वीरा नीलम डागा, वीरा मोनिका गदिया सहित अन्य सदस्युक सहयोग रहा। सचिव वीरा सुमन जैन के द्वारा अंत में सभी अतिथियों, गुरुओं, प्रतिभागियों और आयोजकों का हार्दिक आभार प्रकट किया। राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।
मुख्य आकर्षण के रूप में विशिष्ट बच्चों एवं वरिष्ठ नागरिकों की गरिमामयी उपस्थिति से कार्यक्रम में प्रेरणा का संचार हुआ। यह कार्यक्रम न केवल सम्मान समारोह था, बल्कि एक आध्यात्मिक ऊर्जा का संगम भी था, जिसने यह संदेश दिया कि योग जीवन को न केवल शारीरिक रूप से बल्कि मानसिक और आत्मिक रूप से भी संतुलित करता है।