
बाहर गांव मंडी का व्यापारी को ऑर्डर फॉर्म बना कर दें : एसएमए
सूरत कपडा मार्केट में कार्यरत ट्रांसपोर्टर ने पार्सल माल के वजन के भार की अधिकतम सीमा 55 किलोग्राम निर्धारित की है। उपरोक्त एकतरफा निर्णय का कपडा व्यापारियो के पक्ष में सूरत मर्कनटाइल एसोसिएशन ने विरोध किया और कहा दोनों पक्षो को सहमति बनाकर उचित निर्णय लिया जाये।
सूरत मर्कनटाइल एसोसिएशन ने इस विषय पर आज 16 जनवरी को अपने मार्केट आफिस 2007 जय महावीर मार्केट में एसएमए प्रमुख नरेंद्र साबू की अध्यक्षता में अरजैंट बैठक की। मीटिंग में इस बात पर भी चिंतन हुआ,दरअसल यह जो मुद्दा है बाहर गांव मंडी के व्यापारी और ट्रांसपोर्टर के बीच का है क्योंकि भाड़ा बाहर गांव की मंडी वाला चुकाता है। सूरत का व्यापारी केवल खाली माल पैकिंग का ही जवाबदार है। उसी हिसाब से जो बाहर गांव का व्यापारी सूरत के व्यापारी को निर्देश देगा उसी हिसाब से सूरत का व्यापारी काम करेगा।
माल लदाई का भाड़ा वह पार्सल का खर्चा बाहर गांव का व्यापारी जिम्मेवार हैं। इस हिसाब से सूरत के व्यापारी की भूमिका बहुत कम हो जाती है लेकिन सूरत मर्कनटाइल एसोसिएशन हमेशा कपडा व्यापारी भाईयों के हितार्थ समर्पित है ,व्यापारी चाहे सूरत का हो या बाहर गांव का हो।
सूरत के व्यापारियों से अनुरोध है बाहर गांव मंडी का व्यापारी को ऑर्डर फॉर्म बना कर देंवें, जिस हिसाब से वजन, ट्रांसपोर्ट और माल का विवरण देता है उसी हिसाब से माल पैकिंग करें। सूरत के व्यापारी की जवाबदारी सिर्फ बिल्टी बनाने तक की है उसके बाद पूर्णतया जवाबदारी बाहर गांव के व्यापारी की है।
आज की मीटिंग में नरेंद्र साबू, अशोक गोयल, सुरेंद्र अग्रवाल, राजीव उमर, हेमंत गोयल रामकिशोर बजाज, कमलेश जैन, दुर्गेश टिबडेवाल, मनोज अग्रवाल की सादर उपस्थिति रही है।।