लखनऊ, वाराणसी की सीधी उड़ान के लिए सूरत हवाई अड्डा निदेशक व विमान सेवा कंपनियों के प्रबंधकों को सौंपा ज्ञापन
बुधवार को उत्तर भारतीय सभा के सूरत शहर के अध्यक्ष उमाशंकर मिश्रा व कार्यकारी अध्यक्ष शान खान की अगुवाई में सूरत से लखनऊ, वाराणसी की सीधी उड़ान शुरू करने की मांग के साथ सूरत हवाई अड्डा निदेशक अमन सैनी व सभी विमान सेवा कंपनियों के स्टेशन प्रबंधको को एक ज्ञापन सौंपा गया।
ज्ञापन में बताया गया कि सूरत समेत दक्षिण गुजरात के विभिन्न जिलो मे लाखों की सख्या मे उत्तरप्रदेश के लोग निवास करते हैं जो हवाई आवागमन के लिए सूरत हवाई अड्डे का उपयोग करते हैं। दक्षिण गुजरात मे उत्तरप्रदेश के लोगों की जनसंख्या लाखो मे होने के बावजूद भी सूरत हवाई अड्डे से लखनऊ व वाराणसी के लिए एक भी सीधी उड़ान नहीं हैं जिसके कारण उत्तरप्रदेश के यात्री वाया उड़ानों मे यात्रा करने के लिए मजबूर हैं जिसके चलते उन्हे कई प्रकार की असुविधाओ का सामना करना पड़ रहा हैं।
आपातकालीन परिस्थितियों मे भी यात्रीयों को सूरत से लखनऊ व वाराणसी पहुँचने मे 5 घंटे से 15 घंटे का समय लग जाता हैं। वहीं वाया उड़ाने होने के कारण उड़ानो का किराया भी काफी महंगा पड़ रहा हैं। सूरत मे टेक्सटाइल, हीरा व अन्य उद्योग होने के कारण रोजाना हजारो की संख्या मे व्यापारी व कारोबारी उत्तरप्रदेश से सूरत आवागमन करते हैं। इसके अलावा वाराणसी, अयोध्या में धार्मिक स्थान हैं जहा रोजाना दक्षिण गुजरात के हजारो श्रद्धालू दर्शनार्थ आवागमन करते हैं।
समूची परिस्थितियो को ध्यान मे रखते हुए सूरत से लखनऊ व वाराणसी की सीधी उड़ान की अत्यंत आवश्यकता हैं। अतः हम सूरत से लखनऊ व वाराणसी की सीधी उड़ान शुरू करने की मांग करते हैं। इस अवसर पर उत्तर भारतीय सभा के अध्यक्ष उमाशंकर मिश्रा, कार्यकारी अध्यक्ष शान खान, अग्रणी अवधेश मौर्या, विमल पांडे, सहित अन्य लोग उपस्थित रहे थे।