सूरत

बजट 2022 पर सूरत के कपड़ा व्यापारियों की मिली-जुली प्रतिक्रिया

व्यापारी जीएसटी और इनकम टैक्स स्लैब में भी बदलाव की उम्मीद कर रहे थे

केंद्र सरकार की ओर से मंगलवार को बजट पेश किया गया। बजट 2022 पर सुबह से ही कपड़ा व्यापारियों की नजर बनी हुई थी। व्यापारी अपने दुकानों व दफ्तरों में ही टीवी व लैपटॉप पर बजट को देख रहे थे। वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट पेश करने के बाद व्यापारियों ने इस पर मिली-जुली प्रतिक्रिया दी है।

व्यापारियों का कहना है कि बजट उम्मीद के अनुरूप नहीं है, हालांकि कुछ रियायत मिली है। व्यापारी जीएसटी और इनकम टैक्स स्लैब में भी बदलाव की उम्मीद कर रहे थे। काफी लंबे समय से इनकम टैक्स सीमा ढाई लाख रुपये पर बनी हुई है, जिसमें बदलाव की मांग कर रहे थे। जीएसटी और इनकम टैक्स छूट की सीमा बढ़ाई जानी चाहिए थी। व्यापारी उम्मीद कर रहे थे कि सरकार कारोबार बढ़ाने के लिए कारोबारियों को ब्याज मुक्त ऋण देने की घोषणा करेगी।

जीएफआरसीसी के अध्यक्ष गिरधर गोपाल मुंदड़ा बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए बताया कि टेक्सटाइल फेब्रिक पर जैसे ऑाटोमोबाइल्स में यूज होने वाले फेब्रिक सीट कवर, रोड़ बनाने वाले फेब्रिक आदि जैसे टेकनिकल टेक्सटाइल्स फेब्रिक पर इम्पोर्ट ड्यूटी कम नहीं की है इससे indigenous फेब्रिक को प्रोत्साहन मिलेगा,तथा टेक्सटाइल मशीन पर इम्पोर्ट ड्यूटी वैसी ही रखी है ताकि डोमेस्टीक मशीन को भी प्रोत्साहन मिले।

टोटल 450 चीजों की सूची बनी है उसमें टेक्सटाइल के 10 से 15 चीजों है, उन्हीं में से टेकनिकल टेक्सटाइल्स के फेब्रिक्स है। डिफेंस में 68% product indigenous use होंगे। यानि इंडियन फेब्रिक्स 68% उपयोग होगा इससे हमारे फेब्रिक्स को प्रमोशन मिलेगा व लोकल ट्रेडर्स एंड मशीन की सप्लाय अधिक होगी व सेल्स , पॉफिट increase होगी।

महामंत्री फोस्टा चम्पालाल बोथरा ने बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि साल 2022-23 का बजट कपड़ा उद्योग में जो मशीन भारत में नहीं बनता है और उसका आयात किया जाता है उमें कर छूट दिया गया है वह आवकार्य है। परंतु कपड़ा उद्योग के उत्पादन, रोजगार और जीएसटी को सरलीकरण और तर्कसंगत बनाने का बजट में प्रावधान नहीं होने से उद्योग को निराशा हाथ लगी है।

चेंबर के टेक्सटाइल एन्ड कमेटी एडवाइजरी कमेटी के चेयरमेन देवकिशन मंघानी ने बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए बताया कि लोन्ग टर्म का विजन है।भविष्य का रोडमैप दिया है।गरीबो के लिए आवा स योजना सहित इन्डस्टर्ई मे उत्पादन बढेगा। रेग्युलर फसल बोने वाले किसानो को फायदा होगा।लोअर मिडल क्लास को लाभ मिलेगा।

सीए पंकज माहेश्वरी ने कहा कि सूरत कपड़ा व हीरा की नगरी हैं। विदेश से आने वाली मशीनें व उनके पार्ट्स सस्ते होने से कपड़ा व हीरा भी सस्ता होगा, उससे व्यापार बढ़ेगा। जनता को आशा थी इनकम टेक्स की स्लेब में व 80C की सीमा में बढ़ोतरी होगी पर इनमें कोई बदलाव नहीं किया गया।

अभिषेक मार्केट के व्यापारी कपीश खाटुवाला ने कहा कि सूरत कपड़े की बड़ी मण्डी हैं। विदेश से आने वाली मशीनें व उनके पार्ट्स सस्ते होने से कपड़ा सस्ता होगा, व्यापार बढ़ेगा। कोविड के कारण लोगों को इंकम टेक्स में कुछ राहत की उमीद थी।

टेक्सटाइल युवा बिग्रेड के ललित शर्मा ने बताया कि देश के सभी वर्गों के लिए लाभदायक बजट है। किसानों से फसल की एमएसपी पर खरीदी होगी तो देश के अन्नदाता खुशहाल होंगे तथा देश भी खुशहाल होगा क्योकि देश की तरक्की की राह कृषि क्षेत्र से ही होकर निकलती है। कुलमिलाकर एक बहुत ही बढ़िया संतुलित बजट वित्तमन्त्री ने पेश किया है।

 

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