
मर्डर : पेशाब करने को लेकर युवक को फटकार लगाने वाले सिक्युरिटी गार्ड की चाकू मारकर हत्या
रांदेर के गायत्री सर्किल के पास हुई वारदात, चार के खिलाफ मामला दर्ज
सूरत शहर में हत्याओं का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। रविवार को रात रांदेर रोड पर पालनपुर पाटिया से जकातनाका जानेवाले सड़क गायत्री सर्कल के पास खुले में पेशाब करने करने को लेकर डांटने पर 30 वर्षीय युवक की चाकू मारकर हत्या कर दी। जबकि उसे बचाने की कोशिश करने वाले दोस्त को चार-पांच थप्पड़ मार दिए। रांदर पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर चार दोस्तों को गिरफ्तार कर लिया है।
पालनपुर पाटिया से जकातनाका जाने वाले रोड स्थित भाग्योदय सोसाइटी निवासी रवि उर्फ बंटी हरेश सोलंकी (उम्र 30, मूल निवासी आनंदनगर सोसाइटी, बड़वानी, मध्य प्रदेश ) सिक्योरिटी गार्ड के रूप में कार्यरत था। बीती रात नौ बजे काम से घर आने के बाद उसने अपनी मां लताबेन से 50 रुपये लिए और कहा कि वह जल्द ही वापस आ जाएगा।
बंटी के परिचित संजय उर्फ संजू को उसके घर के पास गायत्री सर्कल के सामने खोडियार कॉम्प्लेक्स के पास सार्वजनिक रूप से पेशाब करने के लिए फटकार लगाई थी। इसलिए संजय और बंटी के बीच अनबन हो गई। हालांकि दोनों चले गए। बंटी अपने दोस्त जयेश विट्ठल नथवानी के साथ गायत्री सर्कल के पास खड़ा था।
तभी संजय अपने चार दोस्तों के साथ बाइक पर सवार होकर आया और बंटी की पिटाई करने लगे तो जयेश बचाने की कोशिश की। लेकिन जयेश को तीन या चार तमाचे जड़ दिए थे। बंटी को ऊपरी दाहिने घुटने में चाकू से वार करने से आरपार निकल गया था। शोरगुल करने पर हमलावर चारों वहां से भाग गए। घायल बंटी को नए सिविल अस्पताल ले जाया गया। लेकिन अत्यधिक रक्तस्राव के कारण उसे घटनास्थल पर ही मृत घोषित कर दिया गया।
घटना में रांदेर पुलिस ने चार हत्यारों संजय उर्फ संजू सहदेव जगताप ( उम्र 28, निवासी झघड़िया चौकड़ी, पालनपुर जकातनाका), अर्जुन ललन चौधरी (उम्र .25) और अजय उर्फ अजयो रघु भरवाड़ (उम्र 30) दोनों अम्बेडकर नगर, पालनपुर जकातनाका निवासी और कवन उर्फ कृष्णा नाथूभाई खलासी ( उम्र 24, संततुकाराम सोसाइटी, पालनपुर जकातनाका निवासी) को गिरफ्तार किया है।
गौरतलब है कि बंटी की मां लताबेन एक निजी अस्पताल में आया का काम करती है। लताबेन के पति हरीश राजाराम सोलंकी कई सालों से लापता है। लताबेन के दो बेटे बंटी और राहुल हैं। राहुल अपने दादा-दादी के साथ अपने गांव में रहता है और बंटी अपनी मां की आर्थिक मदद करने के लिए सुरक्षा गार्ड के रूप में काम करता था। लेकिन मामूली बात को लेकर झगड़े में लताबेन अपने बेटे को खो दिया।