सूरत में 12 मई को होगा विप्र फाउंडेशन का राष्ट्रीय अधिवेशन
देश-विदेश से 300 प्रतिनिधि करेंगे शिरकत
सूरत। ब्राह्मण समाज की अग्रणी संस्था विप्र फाउंडेशन का पन्द्रहवाँ राष्ट्रीय अधिवेशन सूरत में होगा। आज रविवार 14 अप्रेल को सूरत में इसकी घोषणा संस्था के संस्थापक सुशील ओझा ने की। प्रेस को संबोधित करते हुए ओझा ने बताया कि आयोजन की थीम अमे तमारा, तमे अमारा रखी गयी है। जाति, प्रान्त, भाषा, अमीर, गरीब आदि के नाम पर एक दूसरे को लड़वाना सामाजिक अभिशाप है। इसे दूर करते हुए लोगों को एक दूसरे के करीब लाना, परस्पर सहयोग करना हमारा उद्देश्य है। सुशील ओझा ने कहा कि परशुराम जयंती पर गौ सेवा, 11 मई को सनातनश्री सम्मान और 12 मई को राष्ट्रीय अधिवेशन होगा जिसमें आगामी दो वर्षों की कार्ययोजना तैयार की जायेगी।
यह अधिवेशन सामाजिक बिंदुओं पर चिंतन, शिक्षा, संस्कार और रोज़गार पर केंद्रित होगा। सूरत के समाज बंधुओं के साथ आज हुई बैठक में गुजराती ब्रह्म समाज के अध्यक्ष गिरीश त्रिवेदी, विप्र फाउंडेशन गुजरात अध्यक्ष तुलसी भाई राजपुरोहित और सूरत शहर अध्यक्ष घनश्याम सेवग ने वक्तव्य रखा। आयोजित में बड़ी संख्या में समाज बंधु उपस्थित थे। आयोजन को सफल बनाने में रामावतार पारीक, प्रदीप पारीक, पवन सेवदा ,बजरंग थोब कामना खंडेलवाल प्रमुख थे।
बैठक में दिनेश शर्मा, प्रीतम शर्मा, बी के दायमा ,बाबूलाल वापी कार्यकारणी के साथ,अंकलेश्वर कार्यकारिणी, राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य बाबूलाल पालीवाल, जगदीश सारस्वत, जगदीश रतावा, गोपाल पारीक, विजय चौमाल, महेश शर्मा, पूनमचंद खंडेलवाल, भोलाशंकर, राजकुमार बोचिवल, दामोदर गौड़, दामोदर पारीक, दीनदयाल शर्मा, श्याम तावनिया, गिरधारी सिंह राजपुरोहित और महिला प्रकोष्ठ से मातृशक्ति सहित काफी संख्या में विप्र बंधु उपस्थित रहे। कार्यक्रम का सफल संचालन प्रकाश राजपुरोहित ने किया।