
लापरवाही: कोरोना मृतक मुस्लिम महिला की दफनविधी के बजाय अग्निदाह कर दिया
शहर में कोरोना के मामले दिनोंदिन बढ़ते ही जा रहे है। ऐसे में सरकारी अस्पताल में लापरवाही प्रशासन का सिरदर्द बन चुका है। रविवार को कोरोना से दो मृतक महिलाओं की लाश अदला-बदली होने की घटना सामने आयी है। इसमें एक मुस्लिम मृतक महिला को दफन करने के बजाय, उसका अग्निदाह कर दिया गया। इससे मृतक के परिवारजनों ने हंगामा मचाया। घटना की गंभीरता को देखते हुए जिलाधिकारी ने जांच के आदेश दिए है।
सूरत के सैयदपुरा में रजवाडी निवासी 38 वर्षीय शबाना का कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर 10 दिन पहले सूरत की कोविड होस्पिटल में दाखिल किया गया था। इस बीच उनके बेटे को सुबह आठ बजे मां की मौत की जानकारी दी गई। शबाना के बेटे को मां की अचानक मौत को लेकर यकिन ही नहीं हो रहा है, उसने बताया कि मेरी मां कल तक ठीक थी। कल एक घंटे तक वीडियो कॉल पर बात की थी। परिवार वाले जब लाश को लेने गए, तब वहां चार मृतदेह पड़े थे, लेकिन उसमें शबाना का मृतदेह नहीं था। यह देखकर परिवारजन चौंक गए।
बताया जा रहा है कि वहां सुशीला बेन नाम की मृतक महिला का शव है। सुशीला के परिवार को कल ही एक महिला का शव सौंपा गया था। शायद वह शव शबाना का था। सुशीला के परिवार जन अंतिमविधि कर गांव चले गए। इस बात से खफा शबाना के परिवारजनों ने सिविल में हंगामा मचाया। घटना की जानकारी मिलते ही सिविल के आला अधिकारी घटना स्थल पर पहुंच गए और परिवारजनों को समझाने का प्रयास किया। इस घटना के बारे में जिलाधिकारी ने जांच का आदेश दिया है और घटना की जांच के लिए कमेटी का गठन किया है।