
गुजरात में ओमिक्रॉन की एंट्री, इस शहर में मिला पहला मामला
गुजरात में ओमिक्रॉन का पहला मामला जामनगर में सामने आया है। 28 नवंबर को जिम्बाब्वे से गुजरात आए जामनगर के 72 वर्षीय अधेड़ की 2 दिसंबर को कोरोना की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। ओमिक्रॉन के संदिग्ध लक्षण देखने पर सैंपल को पुणे लैब भेजा गया था। इस वृद्ध की ओमिक्रॉन रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद आज शहर का स्वास्थ्य प्रशासन हरकत में आ गया, वहीं जामनगर में खलबली मच गई है। गुजरात में ओमिक्रॉन वैरिएंट का पहला मामला दर्ज होने के बाद मुख्य सचिव ने जामनगर के कलेक्टर और स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक बुलाई थी और मुख्यमंत्री ने तत्काल समीक्षा बैठक भी बुलाई है।
स्वास्थ्य सचिव मनोज अग्रवाल ने बताया कि जामनगर के डेंटल कॉलेज को आइसोलेशन में रखा गया है। 4 लोगों का कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आया था। उनमें से एक ओमिक्रॉन प्रकार के रूप में पाया गया। पहले सैंपल को जीनोम के लिए भेजा गया था।
कलेक्टर डॉ. सौरभ पारधी ने बताया कि 28 नवंबर को जिम्बाब्वे से आए 72 वर्षीय कोरोना का टेस्ट पॉजिटिव आया था। उनका नमूना जीनोम सिक्विसिंग के लिए भेजा गया था। राज्य सरकार द्वारा आज इस बात की पुष्टि की गई है कि जो नमूना जीनोम सिक्विसिंग में था वह ओमिक्रॉन वैरिएंट का है। उन्हें अलग आइसोलेशन में रखा गया है। वे जिस हाई रिस्क और लो रिस्क कॉन्टैक्ट्स के संपर्क में आते हैं, वे सभी होम आइसोलेशन में हैं। प्राथमिक टेस्टिंग में सभी निगेटिव आए हैं और अगर एएसपी के अनुसार रिपीट टेस्टिंग करनी है तो वह भी की जाएगी।
उन्होंने आगे कहा कि मरीज के कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद से क्षेत्र को माइक्रो कन्टेनमेंट जोन घोषित किया गया है और राउंड दी क्लॉक मेकेनिजम तैनात किया गया है ताक होम आइसोलेशन का कोई उल्लंघन नहीं करें। जबकि अहमदाबाद से जामनगर में ओमिक्रॉन वैरिएंट पॉजिटिव मरीज आया था, उसके साथ रहने वाले लोगों का पता लगाया गया है, उन्हें आइसोलेट किया गया है और उनका परीक्षण भी किया गया है। हाइ रिस्क के 8 और लो रिस्क के 31 कॉन्टक्ट थे। उनके प्राइमरी टेस्टिंग किया गया और उनका रिपोर्ट नेगेटिक आया है।