
विद्यादीप विश्वविद्यालय में 4 हजार से ज्यादा छात्रों और कर्मचारियों ने गरबा महोत्सव का आनंद लिया
सूरत। विद्यादीप विश्वविद्यालय में 7 अक्टूबर, 2025 को शरद पूर्णिमा के पावन अवसर पर “राजमताज़ 2025 गरबा महोत्सव” का भव्य आयोजन किया गया। इस सांस्कृतिक महोत्सव में गुजरात की प्रसिद्ध लोक गायिका तृप्ति गढ़वी ने अपनी मधुर आवाज़ में पारंपरिक गुजराती गरबा गाकर पूरे परिसर को भक्ति और आनंद के रंगों से रंग दिया।
4000 से ज़्यादा छात्रों के साथ-साथ विश्वविद्यालय के सभी शिक्षक और गैर-शिक्षण कर्मचारियों ने इस कार्यक्रम में उत्साहपूर्वक भाग लिया। पूरा परिसर रंग-बिरंगे परिधानों, जगमगाती रोशनियों और गरबा की लय से गूंज उठा। हर संकाय के छात्रों ने पूरे मन से गरबा खेला और इस महोत्सव को यादगार बना दिया।

विद्यादीप विश्वविद्यालय शिक्षा के साथ-साथ संस्कृति के प्रचार-प्रसार के लिए सदैव प्रतिबद्ध रहा है। ‘राजमाताज़ 2025’ के माध्यम से छात्रों ने न केवल नृत्य का आनंद लिया, बल्कि एकता, परंपरा और सद्भाव का संदेश भी दिया।
इस अवसर पर, विश्वविद्यालय के अध्यक्ष जयंतीभाई पटेल ने कहा, “विद्यादीप विश्वविद्यालय में शिक्षा, संस्कृति और परंपरा का समन्वय हमारी विशेषता है। ऐसे उत्सव विद्यार्थियों को उनकी जड़ों से जोड़ते हैं और उनके शैक्षिक जीवन को आनंद से समृद्ध करते हैं। समस्त विद्यादीप परिवार की उत्साहपूर्ण भागीदारी हमारी एकता का प्रतीक है।”
कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए पूरी योजना टीम, शिक्षकों और गैर-शिक्षण कर्मचारियों ने अथक परिश्रम किया। ‘राजमताज़ 2025’ गरबा महोत्सव विद्यादीप विश्वविद्यालय के इतिहास में आनंद और गौरव का एक अविस्मरणीय क्षण बन गया।



