पी.डी.आर.एल (PDRL) ने भारत का पहला SaaS प्लेटफ़ॉर्म भूमीट (BhuMeet) लॉन्च किया
भूमीट ड्रोन सेवा प्रदाताओं को किसानों से जोड़ेगा
दिल्ली 5 सितम्बर 2024: ड्रोन तकनीकी में अग्रणी इनोवेटर, पी.डी.आर.एल, ने एक उन्नत SaaS प्लेटफ़ॉर्म भूमीट के लॉन्च की घोषणा की है। यह प्लेटफॉर्म कृषि सम्बंधी छिड़काव और सर्वेक्षण जैसी आवश्यक ड्रोन सेवाओं तक पहुँचने और उनका प्रबंधन करने के तरीकों में क्रांतिकारी बदलाव लाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। ड्रोन सेवा प्रदाताओं और किसानों के बीच की खाई को पाटकर, भूमीट भारत में ड्रोन छिड़काव संचालन के परिदृश्य को बदलने के लिए तैयार है। भरोसेमंद ड्रोन सेवाओं का पता लगाने और ऑपरेशनल वर्कफ़्लो को अनुकूलित करने के लिए भूमीट एक सहज एवं कुशल समाधान प्रदान करता है।
कृषि भारत की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है और कृषि पर लाखों लोगों की अपनी आजीविका के लिए निर्भर रहते हैं। भारत में ड्रोन तकनीक के एकीकरण के लिए बहुत संभावनाएँ हैं। विश्व बैंक के अनुसार, 2021 तक भारत में कृषि भूमि 17 लाख 80 हजार वर्ग किलोमीटर से अधिक फैली हुई थी। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय द्वारा किया गया कृषि परिवारों की स्थिति आकलन (SAAH) रिपोर्ट का अनुमान है कि 9 करोड़ से 15 करोड़ किसान सक्रिय रूप से खेती-किसानी में लगे हुए हैं, जिनमें छोटे किसानों से लेकर बड़े पैमाने पर खेती करने वाले भूमि मालिक तक शामिल हैं। यह देखते हुए कि भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा खाद्यान्न, फल और सब्जियों का उत्पादक है, और चीनी का दूसरा सबसे बड़ा निर्यातक भी है, कृषि में ड्रोन का उपयोग सिर्फ कीटनाशक छिड़काव तक सीमित नहीं है, बल्कि उससे कहीं आगे तक है। ड्रोन फसल निगरानी एवं स्वास्थ्य मूल्यांकन, सटीक कृषि, क्षेत्र मानचित्रण एवं सर्वेक्षण, फसल स्काउटिंग एवं निगरानी, रोपण एवं बीजारोपण, सिंचाई प्रबंधन, पशुधन निगरानी और कटाई के बाद के मूल्यांकन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
इसके अलावा, जी20 कृषि प्रतिनिधियों के कृषि कार्य समूह (AWG) की बैठक ने चार प्रमुख क्षेत्रों पर जोर दिया है: खाद्य सुरक्षा एवं पोषण, जलवायु-कुशल टिकाऊ कृषि, एक समावेशी कृषि मूल्य श्रृंखला और कृषि रूपांतरण का डिजिटलीकरण। इन चर्चाओं ने कृषि क्षेत्र में ड्रोन के उपयोग को और अधिक बढ़ावा दिया है।
लॉन्च के अवसर पर, पी.डी.आर.एल के संस्थापक एवं सीईओ, श्री अनिल चंडालिया ने कहा, “भारत द्वारा अपने कृषि क्षेत्र में क्रांति लाने के लिए उन्नत तकनीकों को अपनाना जारी है, इसलिए पी.डी.आर.एल में हम सब भूमीट को पेश करने पर गर्व महसूस करते हैं। भूमीट एक ऐसा प्लेटफ़ॉर्म है जो किसानों के आवश्यक ड्रोन सेवाओं तक पहुँचने के तरीके को मौलिक रूप से बदल देगा। किसानों और विश्वसनीय सेवा प्रदाताओं के बीच की खाई को पाटकर, भूमीट न केवल परिचालन दक्षता को बढ़ाता है, बल्कि कृषि समुदाय को सशक्त बनाता है ताकि वे ड्रोन तकनीक की पूरी क्षमता का दोहन कर सकें। हमारा मानना है कि भूमीट उद्योग में नए मानक स्थापित करेगा और पूरे देश में कृषि को आधुनिक बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।”