पुष्पा पर लोगों ने लाखों रील बनाए तो सूरत के कपड़ा व्यापारी ने पुष्पा साड़ी बनाई
सूरत के कपड़ा व्यापारी ने बनाई ‘पुष्पा’साड़ी की डिमांड बढ़ी
सिल्क सिटी के नाम से मशहूर सूरत शहर में रोजाना हजारों की संख्या में बाहरी राज्यों के बाहारी खरीदी करने आते है। सूरत के कपड़ा कारोबारियों की खासियत है वह किसी भी आपदा को अवसर में तब्दील करने में माहिर है। लोगों की पसंद ना पसंद अच्छे से जानते है। कारोबार में आए दिन कुछ नया करते रहते है। कभी- कभी कुछ नया व्यापार में संजीवनी साबित होता है।
ऐसा ही एक वाकया सामने आया है, जिसमें कपड़ा मंडी के कारोबारी ने पुष्पा फिल्म काफी पसंद आयी और उन्होंने शौकियों तौरपर 6 मीटर की साड़ी प्रिंट की। इस प्रिंटेड सैंपल को उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया। इस साड़ी को पोस्ट करने के बाद देखते ही देखते उन्हें स्थानीय और बाहरी मंडियों से अच्छे आर्डर मिलना शुरू हो गया। ‘पुष्पा’साड़ी की डिजाइन काफी आकषक लग रही है। सोशल मीडिया पर भी पुष्पा साड़ी काफी वायरल हो रही है।
तेलुगु फिल्म पुष्पा द राइज पर्दे पर छाई हुई है। युवा वर्ग द्वारा पुष्पा पर लाखों रील बनाए जा रहे है। अब सूरत कपड़ा मंडी भी इससे बच नहीं पायी है। सूरत कपड़ा मंडी में कपड़ा कारोबारी ने ‘पुष्पा साड़ी’ बनाई है। व्यापारी ने इसे शौक के खातिर प्रिंट की भी लेकिन सोशल मीडिया में वायरल होने पर अच्छे खासे आर्डर मिलने की शुरूआत हो चुकी है।
सूरत कपड़ा बाजार में यह पहली बार नहीं हुआ, इससे पहले भी व्यापारियों द्वारा कई प्रयोग किए जा चुके है। फिर चाहे 2014 फीफा विश्व कप हो या नरेंद्र मोदी के पहली बार प्रधानमंत्री बनने की खुशी हो या सर्जिकल स्ट्राइक। इन सभी पर सूरत के कपड़ा व्यापारियों ने साड़ी बनाई थी। फिल्म बाहुबली की झलक भी सूरत के साडि़यों पर देखने को मिली थी। यूपी विधानसभा चुनाव में प्रचार के दौरान योगी- मोदी की साड़ी धूम मचा रही है। अब तेलुगु फिल्म पुष्पा द राइज की झलक साड़ियों पर नजर आ रही है।
सूरत कपड़ा मंडी के कपड़ा कारोबारी चरणपाल सिंह ने पुष्पा फिल्म देखने के बाद उनके मन में पुष्पा साड़ी बनाने का विचार आया। उन्होंने शौकिया तौर पर 6 मीटर की साड़ी पर प्रिंट करवाई । प्रिंटेड सैंपल साड़ी दुकान पर पहुंचने के बाद इसे सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया। जिसके चलते इस साड़ी डिजाइन अन्य व्यापारियों तक पहुंच गई और उन्हें यह डिजाइन काफी पसंद आयी। इसके बाद स्थानीय और बाहरी कपड़ा मंडियों के व्यापारियों ऑर्डर भी मिल रहे है।