शिक्षा-रोजगार

प्राथमिक शैक्षिक महासंघ ने आयोजित किया गुरू वंदना कार्यक्रम

सूरत। प्राथमिक शैक्षिक महासंघ की ओर से मंगलवार को उधना – अठवा और वराछा – कतारगाम जोन में गुरू वंदना कार्यक्रम का आयोजन किया। कार्यक्रम में शिक्षण समिति के अध्यक्ष हसमुख पटेल, शासनाधिकारी विमल देसाई, इंचार्ज उप शासनाधिकारी निमिषा पटेल, निरीक्षक किशोर वाघानी, कीर्ति बोरसे, सदस्य यशोधर देसाई उपस्थित थे। वहीं वराछा – कतारगाम जोन में मुख्य वक्ता के तौर पर आरएसएस के सरथाणा संभाग के सह कार्यवाहक डॉ.अतुल सावलिया तथा उधना – अठवा जोन में मुख्य वक्ता महेश दुधात थे। कार्यक्रम उपस्थित अतिथियों का स्वागत महासंघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष किरीट पटेल ने किया। इसके बाद महासंघ के कार्य और कार्य प्रणाली की जानकारी महामंत्री डॉ.दिनेश वाघ ने दी।

संगठन ने आश्वासन दिया कि वह शिक्षकों के सभी सवालों के समाधान के साथ-साथ राष्ट्र निर्माण के लिए प्रयास करता है और करता रहेगा। शासनाधिकारी देसाई ने अपने संबोधन में गुरुकुल से लेकर ऑनलाइन शिक्षा तक शिक्षकों के महत्व और जिम्मेदारी के बारे में बताया। शिक्षण समिति के अध्यक्ष ने वेद व्यासजी ने भारतीय संस्कृति के विकास में उनकी भूमिका की जानकारी दी और इस अवसर पर उपस्थित सभी गुरुओं को वंदन किया और राष्ट्र निर्माण में अपना सर्वश्रेष्ठ देने का आह्वान किया। तत्पश्चात मुख्य वक्ता के रूप में डॉ. अतुलभाई सावलिया ने अपने भाषण में महर्षि वेदव्यास की जीवन के साथ-साथ भारतीय संस्कृति के मूल्यों के विकास में गुरु/आचार्य प्रणाली की भूमिका के साथ शिक्षा गुणवत्ता में सुधार में प्राचीन काल से आधुनिक काल तक जो प्रयास किए है उनके उदाहरणों के साथ गुरु-शिष्य परंपरा के महत्व बताया।

उधना-अठवा जोन के कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में महेशभाई दुधात ने महर्षि वेदव्यासजी के साथ-साथ भारतीय संस्कृति के संरक्षण और संवर्धन में उनकी भूमिका पर वर्तमान परिप्रेक्ष्य में विभिन्न उदाहरणों के माध्यम से चर्चा की गई। कार्यक्रम के अंत में राष्ट्रगान गाकर कार्यक्रम का समापन किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए महासंघ के सह मंत्री राकेशभाई पाठक और कोषाध्यक्ष रामगिरि भाई गोस्वामी द्वारा विशेष प्रयास किए गए।

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