सिल्क और डायमंड सिटी के नाम से मशहूर सूरत शहर इन दिनों राजनीतिक घटनाक्रम को लेकर सुर्खियों में है। हाई वोल्टेज ड्रामा के बाद कांग्रेस प्रत्याशी का पर्चा रद्द हो गया और इसके बाद अन्य बचे प्रत्यार्शियों ने भी अपना पर्चा वापस लिया। जिससे बीजेपी के प्रत्याशी मुकेश दलाल निर्विरोध निर्वाचित हो गए।
सूरत में नाटकीय अंदाज में कांग्रेस लोकसभा सीट के प्रत्याशी नीलेश कुंभाणी ने अपने प्रस्तावकों के साथ मिलकर अपना फॉर्म रद्द करने का आरोप लगाया जा रहा है। इससे कांग्रेस के आला नेताओं व कार्यकर्ताओं में आक्रोश व्याप्त है। आज नाराज कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने नीलेश कुंभाणी के घर के सामने विरोध प्रदर्शन किया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने “लोगों का गद्दार और लोकतंत्र के हत्यारे” लिखे बैनर के साथ विरोध प्रदर्शन किया। जिससे प्रदर्शनकारी को पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
आक्रोशित कांग्रेस की एक महिला कार्यकर्ता ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि नीलेश कुंभाणी जनता को गुमराह करके सूरत से गोवा भाग गए हैं। हम यहां जनता की ओर से जवाब मांगने आये हैं। उनका फोन दो दिन से बंद है। सूरत के लोग परेशान हैं और कहा जा रहा है कि वे गोवा भाग गए हैं। उन्होंने अपने रिश्तेदारों के साथ मिलकर न केवल कांग्रेस बल्कि लोकतंत्र की भी हत्या की है।
मतदाताओं को धोखा दिया : दिनेश सावलिया
पूर्व पार्षद दिनेश सावलिया ने कहा कि सूरत में लोकतंत्र की हत्या हुई है। बीजेपी उम्मीदवार की जीत हुई है। लेकिन कांग्रेस नेता ने मतदाताओं को धोखा दिया है। जनता उन्हें माफ नहीं करेगी। कांग्रेस ने भरोसा कर टिकट देकर उसके साथ विश्वासघात किया है। तो फिर हम जवाब लेने आये हैं गद्दार के घर।
नीलेश कुंभाणी के घर पर लगा ताला
नीलेश कुंभाणी फॉर्म रद्द होने के बाद हाई कोर्ट या अन्य किसी कार्रवाई करने के बजाय गायब हो गये हैं। आज कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेता उनके घर गए तो उनके घर पर ताला लगा हुआ था। जिससे घर के बाहर बैनर लगा दिए गए। साथ ही उनके घर के आसपास नारेबाजी भी की। प्रदर्शकारियों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया।