अहमदाबाद : अहमदाबाद स्थित दवा कंपनी ‘कोरोना‘, समाज के सभी लोगों के लिए अच्छे स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए समर्पित है। कंपनी ने एक सप्ताह में बायोथेसियोमीटर का उपयोग करके पेरिफेरल न्यूरोपैथी के लिए सबसे अधिक मरीजों की जांच करने का एशिया रिकॉर्ड बनाया है।
एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स द्वारा मान्यता प्राप्त यह उल्लेखनीय उपलब्धि 5 से 11 मई, 2024 तक पूरी की गई, जिसे वैश्विक स्तर पर न्यूरोपैथी जागरूकता सप्ताह के तौर पर मनाया जाता है। यह कार्यसिद्धि, स्वास्थ्य जागरूकता के महत्व को रेखांकित करती है और समन्वित स्वास्थ्य प्रयासों के प्रभाव को उजागर करती है।
‘कोरोना‘ की एक टीम ने सप्ताह के दौरान पूरे भारत में न्यूरोपैथी जांच शिविरों में 1,231 डॉक्टरों की मदद से 21,012 मरीजों की जांच की। यह पहल, कंपनी की “मिशन हील इंडिया” पहल का ही एक हिस्सा थी। इसमें स्थानीय स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं, क्लीनिकों और अस्पतालों तथा शहरी केन्द्रों, ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों के सामुदायिक अग्रणियों का सहयोग मिला था।
‘कोरोना‘ के प्रमोटर और कार्यकारी निदेशक श्री नीरव के. मेहता ने कहा कि, “यह रिकॉर्ड, वास्तव में जागरूकता बढ़ाने और हजारों लोगों को प्रारंभिक शीघ्र निदान प्रदान करने के बारे में है, जो अन्यथा चुपचाप पीड़ा सहते रहते हैं। पेरिफेरल(परिधीय) न्यूरोपैथी जीवन की गुणवत्ता को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित कर सकती है। हम पूरे वर्ष नियमित रूप से पेरिफेरल न्यूरोपैथी की जांच करने के लिए समर्पित हैं, जिसका उद्देश्य अधिक से अधिक मरीजों को इस स्थिति के बारे में जानकारी उपलब्ध कराना है। हमारा लक्ष्य, व्यापक चिकित्सा समुदाय के सहयोग से ‘मिशन हील इंडिया’ के माध्यम से मरीजों के जीवन में स्थायी बदलाव लाना है।”