सैमसंग ‘सॉल्व फॉर टुमॉरो’ 2024 ने ग्रैण्ड फिनाले के लिये 10 फाइनलिस्ट टीमों की घोषणा की
अब फिनाले की तैयारी करेंगे, जहाँ वे अपने इनोवेशन को सैमसंग और उद्योग के विशेषज्ञों की ग्रैंड जूरी के सामने पेश करेंगे।
गुरुग्राम, 6 सितंबर, 2024:सैमसंग इंडिया ने आज अपने प्रमुख सीएसआर प्रोग्राम ‘सॉल्व फॉर टुमॉरो 2024’की टॉप 10 टीमों की घोषणा की है। ये टीमें अब ग्रैंड फिनाले में अपने अनूठे आइडियाज को सैमसंग और उद्योग के प्रमुख लीडर्स की जूरी के सामने पेश करेंगी। इन टीमों का चयन देश के दूर-दराज के इलाकों से हुआ है, जैसे असम के गोलाघाट और कामरूप, राजस्थान के झालावाड़, कर्नाटक के उडुपी और छत्तीसगढ़ के बिलासपुर। इससे इस प्रोग्राम की व्यापक क्षेत्रीय पहुँच का पता चलता है।
ये फाइनलिस्ट्स एक कड़ी चयन प्रक्रिया से गुजरे, जिसमें सैमसंग जूरी के सामने कई राउंड्स में पिच प्रेजेंटेशन देना और सैमसंग फाउंडेशन फॉर इनोवेशन एण्ड टेक्नोलॉजी ट्रांसफर (एफआईटीटी)] आईआईटी दिल्ली के विशेषज्ञों से मार्गदर्शन पाना शामिल था। इन 20 टीमों को प्रोटोटाइप बनाने के लिए हर टीम को 20,000 रुपये का अनुदान दिया गया। इसके अलावा, यूथ ट्रैक की टीमों को सैमसंग गैलेक्सी लैपटॉप्स और स्कूल ट्रैक की टीमों को गैलेक्सी टैब्स मिले।
इस प्रोग्राम के तीसरे संस्करण में छात्रों ने दो अहम विषयों पर अपने आइडियाज दिए – ‘कम्युनिटी और समावेशन’ और ‘पर्यावरण और स्थिरता’। इन विषयों के तहत ज्यादातर आइडियाज उन समस्याओं का समाधान करने पर केंद्रित थे, जैसे वंचित समुदायों की शिक्षा तक पहुँच, आनुभविक शिक्षण में चुनौतियाँ,डिजिटल साक्षरता, जल संरक्षण, और आर्सेनिक प्रदूषण।
टीमों ने ‘इनोवेशन वॉक‘ में भी हिस्सा लिया, जो छात्रों की मेंटरिंग, विशेषज्ञ सत्रों और नए अवसरों के लिए आयोजित की गई थी। यह कार्यक्रम सैमसंग के बेंगलुरु और नोएडा के आर एंड डी सेंटर और गुरुग्राम के क्षेत्रीय मुख्यालय में हुआ। छात्रों ने ऐसे सत्रों में भाग लिया, जिनमें उन्हें उत्पाद विकास की प्रक्रिया के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियाँ मिलीं, जिससे उनके आइडियाज और बेहतर हुए। इसके बाद नेशनल पिच इवेंट हुआ, जहाँ से अंतिम 10 टीमों को चुना गया।
सैमसंग साउथवेस्ट एशिया के कॉर्पोरेट वाइस प्रेसिडेंट एसपी चुन ने कहा, “हम इन 10 टीमों की यात्रा देखकर बहुत उत्साहित हैं। ‘सॉल्व फॉर टुमॉरो’ प्रोग्राम ने इन छात्रों की रचनात्मकता और क्षमता को एक नई दिशा दी है। वे न सिर्फ फिनाले के लिए तैयार हुए हैं, बल्कि भविष्य के लिए भी खुद को मजबूत कर रहे हैं। इस प्रोग्राम का उद्देश्य है कि छात्रों को तकनीकी कौशल और आत्मविश्वास मिले, ताकि वे नई सोच के साथ आगे बढ़ सकें। हम ग्रैंडपिच इवेंट का इंतजार कर रहे हैं और यह देखने के लिए रोमांचित हैं कि ये छात्र अपने आइडियाज से समाज में कैसे सकारात्मक बदलाव लाते हैं।”
एफआईटीटी, आईआईटी दिल्ली के प्रबंध निदेशक डॉ. निखिल अग्रवाल ने कहा, “इन बच्चों ने जो इनोवेशन और रचनात्मकता दिखाई है, वह वाकई प्रेरणादायक है। सैमसंग के ‘सॉल्व फॉर टुमॉरो’ प्रोग्राम ने इन छात्रों को सही मेंटरशिप और प्रशिक्षण देकर उनके आइडियाज को बेहतर बनाने में अहम भूमिका निभाई है। एफआईटीटी को गर्व है कि वह इस प्लेटफार्म का हिस्सा है, जहाँ युवा इनोवेटर्स को वह कौशल और आत्मविश्वास मिलता है, जो उनके भविष्य की यात्रा में काम आएगा।”
‘सॉल्व फॉर टुमॉरो’ 2024 प्रोग्राम के इस संस्करण में देश के दूर-दराज के इलाकों से भी छात्र शामिल हुए, जैसे मणिपुर के इम्फाल, मेघालय की ईस्ट खासी हिल्स और छत्तीसगढ़ के बिलासपुर। सभी छात्रों को ऐसे आइडियाज पर काम करने के लिए प्रेरित किया गया, जो सामाजिक समस्याओं का समाधान कर सकें। इससे सैमसंग का मिशन भी पूरा होता है, जिसमें वह तकनीकी नवाचार का उपयोग करके खासकर वंचित समुदायों के लोगों का जीवन बेहतर बनाना चाहती है।