सूरत। शहर के वेलंजा- पारडी रोड, अंत्रोली में 500 करोड़ के लागत से 31 बीघा जमीन में 2000 लड़कों और लड़कियों के लिए छात्रावास (संस्थान), सिविल सेवा केंद्र, न्यायपालिका, खेल परिसर, रक्षा अकादमी, कौशल विकास, वर्कशॉप सहित सभी अत्याधुनिक शैक्षणिक सुविधायुक्त पहले चरण में सरदार धाम का भूमिपूजन किया गया।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया, केंद्रीय पशुपालन, मत्स्य पालन विभाग मंत्री परषोत्तम रूपाला, गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी, शिक्षा राज्य मंत्री प्रफुल्ल पानशेरिया, मुख्य दानदाता जयंतीभाई बाबरिया, सरदार धाम के मुख्य सेवक गगजीभाई सुतारिया एवं प्रमुख दानदाताओं के हाथों से सरदार धाम युवा संगठन के इस प्रोजेक्ट का शास्त्रोक्त अनुष्ठान किया गया। इस अवसर पर दानदाताओं द्वारा एक ही दिन में 68 करोड़ रुपये का दान देने की घोषणा की गयी।
इस अवसर पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा कि श्री सौराष्ट्र पटेल सेवा समाज सूरत द्वारा वर्षों से विभिन्न सामाजिक गतिविधियां की जा रही हैं। दक्षिण गुजरात को कवर करने वाले सरदार धाम के माध्यम से युवा समाज और देश के भविष्य को आकार देंगे। देश के प्रति सरदार पटेल के योगदान को याद करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि गुजरात सरदार पटेल की विरासत को आगे बढ़ा रहा है। आपसी सहयोग और परिश्रम से आगे बढ़ना सरदार पटेल का स्वभाव था, जिसे आगे बढ़ाते हुए सरदार पुत्रों ने ‘राष्ट्र प्रथम’ के जीवन मंत्र को अपनाया है।
केंद्रीय पशुपालन, मत्स्य पालन विभाग मंत्री परषोत्तमभाई रूपाला ने कहा कि प्रधानमंत्री ने विकसित भारत: 2047 का संकल्प लिया है, जिसमें सरदार धाम जैसी बेहतरीन शैक्षणिक परियोजनाएं विकसित भारत की यात्रा को पूरक और बढ़ावा देंगी। समाज के नेताओं ने शिक्षा के इस यज्ञ में खुले हाथों से दान देकर समाज का ऋण चुकाया है। उन्होंने समाज के सर्वश्रेष्ठ लोगों की पहल के लिए सभी को बधाई दी जिन्होंने शैक्षणिक प्रशिक्षण, मार्गदर्शन और प्रोत्साहन के लिए एक उत्कृष्ट प्रणाली बनाने के लिए कदम उठाए।
गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी ने सरदार धाम के निर्माण पर बधाई देते हुए कहा कि पाटीदार समाज के वरिष्ठों मेहनत से अर्जित पूंजी का सही उपयोग कर रहे हैं। सामाजिक उत्थान के लिए सरकार के प्रयासों में सरदार धाम के ट्रस्टियों ने युवाओं को सही दिशा देने, उनके उज्ज्वल भविष्य को आकार देने का बीड़ा उठाया है।