सूरत सिटी क्राइम ब्रांच और तापी एसओजी पुलिस ने एक संयुक्त अभियान में उच्छल चेक पोस्ट से एक टाटा ट्रक में उड़ीसा से भारी मात्रा में लाया गया गांजा बरामद किया। पुलिस ने सूरत के एक सहित छह लोगों को 57.31 लाख के गांजे के साथ गिरफ्तार किया, जबकि एक भगोड़ा घोषित किया गया है।
जानकारी के मुताबिक सूरत पुलिस को सूचना मिली थी कि ओडिशा से एक ट्रक में भारी मात्रा में गांजा लादकर अहमदाबाद के लिए रवाना किया गया है। ट्रक हैदराबाद से महाराष्ट्र के नवापुर होते हुए ऊच्छल रास्ते से अहमदाबाद जा रहा था। सूचना के आधार पर सूरत क्राइम ब्रांच की टीम ने तापी एसओजी की टीम के साथ मिलकर कर महाराष्ट्र से उच्छल की ओर आने वाले मुख्य मार्गों और गमाडा की भीतरी सड़कों पर भी नजर रखी।
इस दौरान उच्छल की ओर से आ रहे एक ट्रक को रोक लिया गया। वहीं ट्रक चालक अवतारसिंह लखविंदरसिंह संधू, गुरजीतसिंह मंगलसिंह सोहते (दोनों निवासी अजनाला, अमृतसर) व शिनसिंग दलजीतसिंह सोनी पंडार (निवासी तरनतारा पंजाब) को हिरासत में लेकर ट्रक की तलाशी ली गई। जिसमें ट्रक के केबिन व ट्रॉली में विशेष बक्सों में छिपाकर रखा गया 573 किलो गांजा मिला, जिसकी कीमत 57.31 लाख है, इसके साथ ही पुलिस ने ट्रक को जब्त कर कुल 64.34 लाख रुपये जब्त किया है।
गांजा के साथ पकड़े गए आरोपियों से जब पुलिस ने पूछताछ की तो उन्होंने जिसने गांजा मंगवाया था वह विजय अशोक कुलपति (निवासी, वेसु, सूरत) और रंगनाथ नायक (निवासी, गुलुबा, गजपति, उड़ीसा) माल भेजने वाले दिलबागसिंह उर्फ बग्गा (निवासी, पंजाब) होने की बात कही।
तीनों आरोपियों को मेहसाणा के उनाव से पकड़ा गया, जबकि पुलिस इस मामले में गांजा खरीदकर सप्लाई करने वाले आरोपी को पकड़ने के लिए दबिश दे रही थी। जांच करने पर उसका आपराधिक इतिहास सामने आया। पुलिस द्वारा पकड़ा गया और गांजा मंगवाने वाला विजय राजकोट में 350 किलो गांजा और आनंद के विरसद थाने में 2024 किलो गांजा के मामले में शामिल पाया गया।
सूरत सिटी क्राइम ब्रांच व तापी एसओजी पुलिस ने संयुक्त अभियान चलाकर छह आरोपियों को कब्जे में लेकर 64.34 लाख रुपये की नकदी जब्त कर गांजा बरामद किया है। फिलहाल उच्छल पुलिस थाने में मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।