मराठी भाषा के प्रति आत्मिक लगाव आवश्यक : डॉ ओमप्रकाश दुबे
नालासोपारा। श्री नरसिंह के. दुबे चॅरिटेबल ट्रस्ट द्वारा संचालित नालासोपारा आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज एवं रुग्णालय एवं स्वामीराज प्रकाशन के संयुक्त तत्वावधान में दि. 27 सप्टेंबर ,2022 को “मराठी आठव दिवस” इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मराठी भाषा का संवर्धन करने के उद्देश से वरिष्ठ पत्रकार रजनीश राणे ने हर महिने की 27 तारीख को “मराठी आठव दिवस” मनाना प्रारंभ किया इस निमित्त से ‘स्वररंग’ प्रस्तुत “माय बोली साजिरी” मराठी मनाचा, अभिवानचात्मक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम की संकल्पना एवं दिग्दर्शन मेघा विश्वास ने की। रूपेश गांधी (अभिवाचक, कलाकार, वादक), स्नेहनकुमार धामापूरकर (तालवादक), समीर सुमन (अभिवाचक, कलाकार, तपस्या नेवे (अभिवाचक, कलाकार, सुत्रसंचालक) मेघा विश्वास (अभिवाचक, कलाकार सुत्रसंचालक) इन कलाकारों ने कार्यक्रम की प्रस्तुती की। कार्यक्रम की शुरूवात ईश पूजन एवं दीप प्रज्वलन से हुई । संस्था के सचिव एवं महावद्यालय के डायरेक्टर डॉ ओमप्रकाश दुबे द्वारा शाल, श्रीफल, वनौषधी व रामनामी देकर सभी कलाकारों का स्वागत किया गया।
डॉ. ओमप्रकाश दुबे ने इस प्रसंग परं अपना मनोगत व्यक्त करते हुए “मराठी आठव दिवस” कार्यक्रम नालासोपारा आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज में आयोजित करने की वजह स्वयं अपनी मराठी भाषा के प्रति अत्मियता यह बतायी । कार्यक्रम का सूत्र संचालन डॉ. ज्योती राठी (संहिता विभाग प्रमुख) इन्होंने किया। इस कार्यक्रम में भजन, अभंग, कविता, गजल, गीत ऐसी अनेक विधाएं महाराष्ट्र के विविध क्षेत्रों की बोलीभाषा, शब्दोच्चारण, मुहावरे, खादय संस्कृती, पेहराव संस्कृती, शृंगार, के साधन, हथियार ऐसे बहुत से विषयों के माध्यम से मराठी भाषा की समृध्दी प्रस्तुत की गयी।
इस अवसर पर नालासोपारा, वसई -विरार तालुका की जेष्ठ कवियित्री श्रीमती डॉ. सुरेखा धनावडे ने कार्यक्रम संबंधित स्वरचित कविता का वाचन किया। नालासोपारा, वसई-विरार क्षेत्र के अनेक मराठी भाषा रसिक प्रेमीयोंने कार्यक्रम का आनंद लिया।स्वामीराज प्रकाशन की ओर से महाविद्यालय के डायरेक्टर एवं संस्था के सचिव डॉ ओमप्रकाश दुबे, संस्था की विश्वस्त एवं स्त्रीरोग प्रसुति तंत्र विभाग प्रमुख डॉ. ऋजुता दुबे, महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. श्रीमती हेमलता शेंडे का सत्कार किया गया। डॉ. अस्मिता बनसोड (कायचिकित्सा विभाग प्रमुख) ने आभार प्रदर्शन किया।