गुजरात के इतिहास में बीजेपी ने सबसे ज्यादा 156 सीटें जीतकर नया रिकॉर्ड बनाया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, जो कि चाणक्य हैं, के गुजरात चुनाव अभियान पर पूरी तरह से हाथ में लेने से पहले ही प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सी.आर. पाटिल दावा कर रहे थे कि आगामी विधानसभा चुनावों में भाजपा रिकॉर्ड तोड़ सीटें हासिल करेगी। सौराष्ट्र, मध्य गुजरात, दक्षिण गुजरात, उत्तर गुजरात और कच्छ की प्रत्येक सीट के लिए संगठनात्मक ढांचा तैयार किया।
भाजपा अध्यक्ष डेढ़ साल पहले ही चुनाव का खाका तैयार कर चुके थे। प्रधानमंत्री मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पिछले एक महीने से पूरे गुजरात में अभियान की अगुवाई कर रहे थे। हालांकि बीजेपी की इस शानदार और अभूतपूर्व रिकॉर्ड तोड़ जीत में प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष पाटिल की भूमिका भी अहम रही है।
एक दिसंबर को पहले चरण के मतदान के दौरान प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सी.आर. पाटिल ने सूरत में कहा, इस बार भाजपा तीन रिकॉर्ड के साथ शानदार जीत दर्ज करेगी।गुजरात की जनता बीजेपी के साथ है। पाटिल ने चुनाव से पहले राज्य में रिकॉर्ड तोड़ सीटें, बढ़त में इजाफा और भाजपा का जनाधार बढ़ने का दावा किया था। आज चुनाव परिणाम घोषित होते ही प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने अपने तीनों दावों को शत-प्रतिशत सही साबित किया है।
नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में 2002 में हुए सांप्रदायिक दंगों के बाद भी भाजपा अधिकतम 127 सीटों पर जीत हासिल करने में सफल रही थी। 2007 और 2012 में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में लड़े गए विधानसभा चुनावों में बीजेपी को क्रमशः 117 और 115 सीटें मिलीं। जबकि 2017 में पाटीदार आरक्षण आंदोलन के असर से सौराष्ट्र और उत्तर गुजरात में बीजेपी को महज 99 सीटें ही मिल सकी थीं।
जब प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभालने के बाद सी.आर. पाटिल द्वारा पूरे गुजरात में चरणबद्ध दौरे के दौरान संगठन की संरचना और फिर एक दिवसीय एक जिला अभियान के तहत पार्टी के सभी बड़े और छोटे कार्यकर्ताओं के साथ व्यक्तिगत संपर्क और उन शहरों और जिलों के सामाजिक नेताओं के साथ व्यक्तिगत समन्वय देखा गया है।
आज के चुनाव परिणाम में प्रदेश अध्यक्ष पाटिल पिछले डेढ़ साल से भाजपा की रिकॉर्ड तोड़ सीटों से जीत का दावा कर रहे थे और आज उनके नेतृत्व में हुए प्रदेश अध्यक्ष चुनाव में 158 सीटें जीतकर एक नया कीर्तिमान तो स्थापित किया ही है।