सूरत। राज्य सरकार के ‘राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम’ (आरबीएसके) जो जन कल्याण को सर्वोच्च प्राथमिकता पर रखते हुए विभिन्न योजनाओं के माध्यम से जनता तक पहुंचता है, जिसके तहत सूरत का न्यू सिविल हॉस्पिटल में ‘कॉक्लियर इंप्लांट’ की सफल सर्जरी निःशुल्क की गई है। निजी अस्पताल में ऑपरेशन में 8 से 10 लाख की लागत के स्थान पर सफल इलाज राज्य सरकार की मदद से नि:शुल्क किया गया।
सूरत के ओलपाड तहसील के सतीशकुमार पटेल का पांच साल का बेटा तस्मय, जो जन्म से ही बहरा है (बोल और सुन नहीं सकता) और कामरेज तहसील के ननसाड गांव के योगेशभाई जगदाले की दो साल की बेटी सारांशी को ‘कॉक्लियर इम्प्लांट’ के जरिए ‘बोलने-सुनने’ का सुख मिला है। सूरत के धास्तीपुरा स्थित वरियाली बाजार में रहने वाले राहुलभाई राठौड़ के 5 साल के बेटे की सर्जरी हुई है। सूरत सिविल के विशेषज्ञ डॉक्टरों ने मिलकर तीनों बच्चों का सफल ऑपरेशन किया है।
सारांशी, अंश और तस्मय के परिवार ने जब निजी अस्पताल में जांच की गई तो पता चला कि खर्च करीब 8 से 10 लाख रुपये था। जिसे ये मध्यम वर्गीय परिवार आर्थिक रूप से वहन नहीं कर सकते थे। लेकिन ‘राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम’ उनके लिए वरदान साबित हुआ और सूरत के नए सिविल विशेषज्ञ डॉक्टरों ने इन दोनों ऑपरेशनों को सफलतापूर्वक पूरा किया।
न्यू सिविल में ‘सफल’ कॉक्लियर इंप्लांट’ सूरत सिविल ईएनटी विभाग के प्रमुख डॉ. जैमिन कॉन्ट्राक्टर, डेंटल विभाग के प्रमुख डॉ. गुणवंत परमार, आरएमओ डॉ. केतन नायक, नर्सिंग काउंसिल के उपाध्यक्ष इकबाल कड़ीवाला सहित नर्सिंग स्टाफ और सहायक कर्मचारियों ने सफल सर्जरी में अहम योगदान दिया।