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जीरो से हीरो बने सफल युवा उद्योगपति सुनिल पाटिल नवयुवकों के लिए बने प्रेरणास्त्रोत

“सफलता श्रम और जिद की दासी होती है।” इस उक्ति को प्रत्यक्ष जीकर मूर्त स्वरूप देनेवाले व्यक्ति है सुनिल पाटिल…!

आज सूरत (गुजरात) में सफल युवा उद्योगपति माने जानेवाले सुनिल पाटिल की कहानी अनेक संघर्ष से भरी पड़ी है, लेकिन सफलता संघर्ष से हार न माननेवाले का दरवाजा जरूर खटखटाती है।

सुनिल पाटिल महाराष्ट्र के जलगांव जिला पारोला तहसील के एक छोटे से गाँव “चिखलोड”से है। उनके पिताजी रोजगार की तलाश में बहुत साल पहले सूरत में बस गए थे। आपने बचपन के दिनों को याद को याद करते हुए सुनिल पाटिल कहते है कि बचपन विपरित परिस्थितियों में गुजरा। बचपन से ही घर की आर्थिक परिस्थिति को संवारने में जुट गया था। हालांकि ज्यादा शिक्षा नहीं ले पाया लेकिन हालात ने बहुत कुछ सीखा दिया। बहुत कम उम्र में ही कपड़ा मार्केट में नौकरी से शुरूआत की। भले ही उम्र कम थी, लेकिन तर्जुबा ज्यादा था।

इसके बाद धीरे-धीरे कपड़ा मार्केट में व्यापार की बारकियां सीखते हुए छोटे पैमाने पर मार्केट में किराये से दुकान लेकर व्यापार की शुरूआत की और मालिक बनने का सपना साकार हो गया। पारिवारिक जिम्मेदारियां और व्यापार में कुशलता लाकर सुनिल पाटिल अपने लिए नहीं, लोगों के लिए प्रेरणा की मिसाल बन गए। बिना किसी व्यापारिक पृष्ठभूमि के बावजूद वह सूरत महानगर में अपने आपको स्थापित करने में सफल रहे।

आज “सुनिल पाटिल” के नाम से एक सफल उद्योजक बनकर सूरत में ईशिता हाउस मशहूर है। वार्षिक करोड़ों के व्यवहार के साथ हजारों लोगों को वर्तमान में सूरत शहर में रोजगार मुहैया करवा रहा है। आज उनका पूरे देश में व्यापार फैल गया। हर राज्य के मेट्रो और मिनी मेट्रो शहरों में उनका कपड़ा जाता है।

जो व्यक्ति कुछ सालों पहले खुद निसहाय महसूस करता था आज वही सूरत में अनेक सामाजिक कामों में सदा आगे रहते है। कोरोनकाल के लॉकडाउन में गरीब-कमजोर वर्ग की बिना किसी अपेक्षा से की सेवा बहुत प्रशसनीय रही। उनका समाज के प्रति सेवाभाव उनकी पहचान है। सूरत में अलग अलग राज्य से स्थांनारित होकर आए नव युवकों को सुनिल पाटिल जी एक आइडियल पर्सनालिटी है।

वह कहते हैं कि सामाजिक एकता और मनोबल से अगर समाज में काम किया जाए तो समाज में काम किया जाए तो समाज तेजी से विकास की धारा पर चल पड़ेगा। लोग अगर अहम त्याग दें तो इमानदार और परिश्रमी यह समाज दिन दूनी रात चौगुनी प्रगति करेगा ऐसा मेरा विश्वास है। सुनिल पाटिल के इसी जज्बात, हौसले और विश्वास को देखते हुए यह कहना ही पड़ेगा कि आप सही मायने में है समाज के अनमोल रतन। उनकी मेहनत और ईमानदारी समाज के युवाओं के लिए प्रेरणास्त्रोत है।

स्वभाव में शालीनता,भाषा मे नम्रता साधे रहन सहन वाले व्यक्तिमत्व ऐसे “सुनिल पाटिल” जी का आज जन्मदिन है। उन्हें जन्मदिवस की भारत मिरर की ओर से हार्दिक शुभकामनाएं। वे अपने व्यवसाय में ऐसे ही सतत आगे बढ़े और प्रगति करे यही शुभेच्छाएँ।

 

 

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