सूरत : गठान मजदूरों की हड़ताल खत्म, ट्रांसपोर्टरों ने अधिकतम 65 किलो वजन की मांग को स्वीकार किया
16 अक्टूबर 2024 से 65 किलोग्राम से अधिक वजन वाली कोई भी गठान नहीं आएगी
सूरत कड़ोदरा रोड पर वांकानेडा तथा अंतरोली गांव में स्थित ग्रे कपड़ो की गठानों के ट्रांसपोर्टरों ने गुरुवार को हमाली मजदूरों की अधिकतम 65 किलोग्राम वजन की मांग को स्वीकार कर लिया जिसके पश्चात मजदूर यूनियन द्वारा 02 अक्टूबर बुधवार से शुरू हुई मजदूरों की अनिश्चितकालीन हड़ताल को वापस लेने की घोषणा कर दी गई।
गुरुवार को हड़ताल के दूसरे दिन सभी ट्रांसपोर्टरों तथा सूरत जिला टेक्सटाइल मार्केटिंग ट्रांसपोर्ट लेबर यूनियन के पदाधिकारियों के बीच बैठक हुई जिसमें लंबी वार्ता के बाद ट्रांसपोर्टरों ने मजदूरों की अधिकतम 65 किलोग्राम वजन की मांग को मान लिया। मजदूर यूनियन तथा ट्रांसपोटरों के बीच हुए समझौते के तहत आगामी 16 अक्टूबर 2024 से 65 किलोग्राम से अधिक वजन वाली कोई भी गठान नहीं आएगी।
मजदूर यूनियन के अध्यक्ष उमाशंकर मिश्रा व महासचिव देव प्रकाश पांडे ने बताया की अधिकतम 65 किलोग्राम वजन के मुद्दे पर सूरत के सभी मजदूर एकजुट हैं। 65 किलोग्राम से अधिक वजन का पार्सल कोई मजदूर नहीं उठाएगा।
मजदूर यूनियन के प्रवक्ता शान खान ने बताया की मजदूरों द्वारा शुरू की गई अनिश्चितकालीन हड़ताल का सुखद अंत हो गया हैं और ट्रांसपोर्टरों ने मजदूरों की मांग मान ली हैं यह मजदूरों की एकता की जीत हैं। मजदूरों से अत्यधिक वजन उठवाने के अमानवीय और गैरकानूनी कृत के खिलाफ हमारी लड़ाई जारी रहेगी।
इस अवसर पर मजदूर यूनियन के अध्यक्ष उमाशंकर मिश्रा, महासचिव देव प्रकाश पांडे, प्रवक्ता शान खान, उपाध्यक्ष दीपचंद पांडे, अग्रणी पप्पू मिश्रा, बब्बन मिश्रा समेत अन्य लोग उपस्थित रहे थे।