
सूरत। देशभर में स्मार्ट सिटी और ग्रीन एनर्जी को लेकर चल रही पहल में सूरत ने एक ऐतिहासिक कदम उठाया है। सूरत महानगरपालिका ने 200 करोड़ रुपये के ग्रीन म्युनिसिपल बॉन्ड जारी करने की तैयारी की है। इनमें 100 करोड़ का बेसिक इश्यू और 100 करोड़ का ग्रीन शू ऑप्शन शामिल होगा। यह बॉन्ड लिस्टेड, टैक्सेबल, रिडीमेबल और नॉन-कन्वर्टिबल स्वरूप में पब्लिक इश्यू से जारी किए जाएंगे।
सूरत महानगरपालिका देश की पहली म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन बनने जा रही है, जिसने लंदन स्थित क्लाइमेट बॉन्ड इनिशिएटिव इंस्टीट्यूट के अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार ग्रीन सर्टिफिकेट प्राप्त किया है। यह इश्यू सेबी की नई ग्रीन डेब्ट सिक्योरिटी गाइडलाइंस के अनुरूप होगा।
चार कैटेगरी से होगा पब्लिक इश्यू
इस बॉन्ड इश्यू में क्यूआईबी, कॉर्पोरेट, एचएनआई और रिटेल जैसे चार अलग-अलग कोटा रखे जाएंगे। खास बात यह है कि रिटेल कोटे से गुजरात ही नहीं बल्कि पूरे देश के लोग इसमें भाग ले सकेंगे।
अमृत-2.0 योजना से मिलेगा इंसेंटिव
ग्रीन बॉन्ड जारी करने पर सूरत महानगरपालिका को केंद्र सरकार के मिनिस्ट्री ऑफ हाउसिंग एंड अर्बन अफेयर्स की अमृत-2.0 योजना के तहत 20 करोड़ रुपये का इंसेंटिव भी मिलेगा।
इन 6 ग्रीन प्रोजेक्ट्स पर होगा खर्च
– 10 मेगावाट का ग्राउंड माउंटेड सोलर पावर प्लांट
– 6.3 मेगावाट का विंड पावर प्लांट
– सेंट्रलाइज्ड ड्राई और वेट वेस्ट प्रोसेसिंग प्लांट
– कोसाड क्षेत्र में बीआरटीएस प्रोजेक्ट से जुड़ा एरिया डेवलपमेंट (फेज-1)
– 250 एमएलडी क्षमता का ज़ीरो लिक्विड डिस्चार्ज वाला वाटर ट्रीटमेंट प्लांट और रांदेर स्थित पुराने 50 एमएलडी डब्ल्यूटीपी को 160 एमएलडी में अपग्रेड करना
– 400 एमएलडी क्षमता का रॉ वाटर इंटेक वेल, क्लोरीनेशन रूम और 1829 मिमी डायामीटर की नई पानी की ट्रांसमिशन लाइन