सूरत

सूरत के डॉक्टर ने 174 बार रक्तदान कर दी मानवता की मिसाल

रक्तदान को महादान कहा जाता है। रक्तदान से किसी की जिंदगी बच सकती है। सूरत में 60 लाख से अधिक की आबादी वाले शहर को हमेशा खून की जरूरत महसूस होती है। दानवीरों की भूमि सूरत में रक्तदान करने वालों की भी कमी नहीं है। आज हम बात कर रहे है सूरत के डॉ. प्रफुल्ल शिरोया के बारे में। जिन्होंने 174 बार रक्तदान कर मानवता की मिसाल दी है और अन्य व्यक्तियों को भी रक्तदान करने के लिए प्रेरित किया है।

आज विश्व रक्तदान दिवस है और भले ही विज्ञान ने कितनी भी तरक्की कर ली हो लेकिन मनुष्य रक्त की पूर्ति मनुष्य ही कर सकता है। हर संकट की घड़ी में हमेशा मदद के लिए आगे रहने वाला सूरत शहर रक्तदान में भी हमेशा अव्वल रहा है। सूरत में ऐसे कई लोग हैं जिन्होंने अपने जीवनकाल में 100 से अधिक बार रक्तदान किया है। सूरत के डॉ. प्रफुल्ल शिरोया अब तक 174 बार रक्तदान कर चुके हैं और उन्होंने 200 से अधिक बार रक्तदान करने का लक्ष्य रखा है।

रेड क्रॉस सोसाइटी सूरत के अध्यक्ष डॉ. प्रफुल्ल शिरोया ने कहा जब मैं मेडिकल कॉलेज में पढ़ रहा था, तो मुझे कई बार अस्पताल जाना पड़ता था और गरीब लोग इलाज के लिए अस्पताल आते थे। उन्हें खून की जरूरत थी और खून नहीं मिलने के कारण मर भी गए। जिससे मुझे बहुत पीड़ा हुई और तभी मैंने और मेरे 25 दोस्तों ने यह सोचकर रक्तदान करना शुरू किया कि हमें उनके लिए रक्तदान करना चाहिए। इतने सारे दान के बाद भी, मुझे अभी भी दोहरा शतक पूरे करने के लिए 25 बार दान करना है । मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि सभी रक्तदान करें और जरूरतमंद मरीजों को रक्त उपलब्ध कराएं। क्योंकि रक्तदान के समान दूसरा कोई दान नहीं है। डॉ. प्रफुल्ल शिरोया के इस महान कार्य की लोगों द्वारा सराहना की जा रही है।

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