सूरत : ब्रेनडेड महिला का लीवर और आंखों का दान से तीन लोगों को मिली नई जिंदगी
सूरत । कोरोना महामारी के बीच भी लोग अपने सामाजिक दायित्व को निभाते हुए मानवता की मिसाल दे रहे है। खंभाती क्षत्रिय समाज की ब्रेनडेड दीपिकाबेन भरतभाई धारिया के परिवार ने डोनेट लाइट के माध्यम से लीवर और आंखों का दान कर तीन व्यक्तियों को नई जिंदगी दी और समाज को नई दिशा दी है।
रविवार 8 जुलाई को सुबह 9 बजे दीपिकाबेन भरतभाई धारिया को सांस लेने में तकलीफ हुई और वे बेहोश हो गईं। उन्हें तत्काल परिजन किरण अस्पताल ले गए। वहां नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ. कल्पेश गोहिल की देखरेख में इलाज शुरू किया। वहां उनका दिल धड़कना बंद हो गया और उन्हें सीपीआर दिया गया। इसके बाद उनका दिल फिर से धड़कने लगा। दीपिकाबेन का स्वास्थ्य बिगडऩे पर उपचार के लिए सीटी स्केन किया गया। जिसमें पता चला कि मस्तिष्क में कम रक्त प्रवाह के कारण छोटा मस्तिष्क क्षतिग्रस्त हो गया है।
गुरुवार 29 जुलाई को डॉक्टरों ने दीपिकाबेन को ब्रेनडेड घोषित कर दिया और डोनेट लाइफ के जरिए उनका लिवर और आंखें दान कर दीं। अहमदाबाद के आईकेडीआरसी अस्पताल में डॉक्टरों की टीम द्वारा सूरत निवासी 50 वर्षीय व्यक्ति में दान किया गया लीवर ट्रांसप्लांट किया गया है।
पिछले दो महीनों में डोनेट लाइफ ने सात ब्रेनडेड व्यक्तियों के परिवारों को समझाकर कुल 34 अंग और टीस्यु दान किए हैं, जिनमें 3 दिल, 2 फेफड़े, 12 गुर्दे, 7 लीवर और 10 आंखें शामिल हैं।
सूरत और दक्षिण गुजरात से डोनेट लाइफ अब तक 394 किडनी, 164 लीवर, 8 पेन्क्रीआस, 34 दिल, 14 फेफड़े और 296 आंखें कुल 908 अंग और टीस्युओ का दान कर चुका है और 836 व्यक्तियों को नया जीवन और नई दृष्टि देने में सफल रहा है। .