सूरत के कडोदरा में रहनेवाले छात्र का अपहरण कर परिवार से फिरौती मांगी गई थी। परिवार ने पुलिस को इसकी सूचना थी, लेकिन अपहरणकर्तांओं ने छात्र की हत्या कर दी थी और लाश को कामरेज उंभेल की सीमा में फेंक दिया था। इस मामले में पुलिस ने दो बाल किशोर सहित मास्टर माइंड मोनू यादव को बिहार से गिरफ्तार किया है।
सूरत जिला पुलिस अधीक्षक हितेश जोयसर ने बताया कि पिछले 8 सितंबर को कडोदरा निकट सीएनजी स्टेशन के पास से ट्यूशन जा रहे एक छात्र का अपहरण किया गया था। अपहरण के बाद पहले इस बच्चे के पिता से 50 हजार रूपये की फिरौती मांगी गई। इसके बाद पंद्रह लाख की फिरौती मांगकर धमकी दी गई कि इस मामले में पुलिस को सूचना देंगे तो बच्चे को मार डालेंगे। बच्चे के माता पिता ने इसकी सूचना कडोदरा पुलिस को दी थी, जिसकी जानकारी अपहरणकर्तांओं को मिलने पर बच्चों की हत्या कर दी गई और लाश को कामरेज उंभेल की सीमा में फेंक दिया। बच्चे की हत्या किए जाने पर पुलिस ने अपहरण और हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
पहले पुलिस ने अमरोली इलाके में से उमंग गोहिल नामक आरोपी को पकड़ा। जिसकी पूछताछ किए जाने पर इस अपहरण और हत्या को बिहार के छपरा का निवासी मोनू और सोनू यादव और उसके साथियों ने अंजाम देने की बात सामने आयी। जिससे अपहरण और हत्या मामले में आरोपियों को पकड़ने के लिए सूरत जिला पुलिस की टीम बिहार के छपरा गई थी। वहां से पुलिस ने मोनू सहित दो बाल किशोर आरोपियों को पकड़ा है।