शहर में तेज गति से वाहन चलाने वालों और बाइक चलाने वालों पर नजर रखने के लिए सूरत पुलिस अब स्पीड गन का सहारा लेगी। शहर में तेज रफ्तार वाहनों की वजह से दुर्घटनाएं और मौत की कई घटनाएं हो रही हैं। इसे नियंत्रित करने के लिए शहर की पुलिस क्षेत्र के अनुसार विशिष्ट गति सीमा तय करेगी और तेज गति से वाहन चलाने वालों को ट्रैक करने के लिए गति का सहारा लेगी।
जिसमें वाहनों की गति पकड़ने के साथ-साथ फोटो व वीडियो रिकॉर्डिंग भी की जाएगी और इसके लिए पुलिस कर्मियों को प्रशिक्षण दिया गया है जिसके माध्यम से आने वाले दिनों में पुलिस वाहनों को ट्रैक कर कार्रवाई करेगी।
सूरत में सड़क दुर्घटनाएं अक्सर होती रहती हैं और अक्सर तेज गति और लापरवाही से वाहन चलाने के कारण मासूम लोग शिकार बन जाते हैं। अब पुलिस विभाग को तेज गति से होने वाले इस प्रकार के हादसों पर काबू पाने के लिए स्पीड गन से कार्रवाई करने का प्रशिक्षण दिया गया है।
पुलिस की इस स्पीड गन में ऐसा सिस्टम है जो एक किलोमीटर की दूरी से ही वाहनों की रफ्तार पकड़ सकता है। इसमें वाहन चालकों के फोटो और वीडियोग्राफी करने की भी सुविधा है। वहीं ओवर स्पीड वाहनों के चालकों को पुलिस मौके पर ही चालान कर सकेगी। ऐसे में आने वाले दिनों में ट्रैफिक पुलिस के साथ तेज रफ्तार वाहनों के चालकों पर पैनी नजर रखने की तैयारी की गई है।
राज्य सरकार ने पुलिस विभाग को स्पीड गन से लैस किया है ताकि लापरवाह चालकों और गति सीमा से अधिक तेज गति से चलने वाले चालकों के कारण होने वाली दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सके। तथा इसके लिए ऑपरेटिंग सिस्टम का प्रशिक्षण भी दिया गया है।