सूरत : डिंडोली के युवक के अंगदान ने तीन लोगों को दिया नया जीवन
दवा लेने जाते समय रिक्शे से गिरने के बाद ब्रेन डेड घोषित हुए डिंडोली के एक युवक की किडनी और लीवर दान कर उसके परिवार ने समाज को एक नई दिशा दिखाई है और मानवता की मिसाल दी है।
न्यू सिविल से प्राप्त जानकारी के अनुसार 39 वर्षीय काशीनाथ हरिशंकर राजभर, मूल रूप से उत्तर प्रदेश के वाराणसी का रहने वाला और वर्तमान में डिंडोली के शिव साईनगर में रहकर जरीकाम का काम करता है। 25 तारीख की सुबह दोस्त के साथ रिक्शा में दवा लेने के लिए निकला था। उसी समय काशीनाथ को चक्कर आ गया और उधना में भीमनगर के पास दौड़ते हुए रिक्शा से गिर गए।
उन्हें पास के क्लिनिक में ले जाया गया, सीटी स्कैन में ब्रेन ट्यूमर का पता चला। तो उसे एक निजी अस्पताल में ले जाया गया, लेकिन इलाज के लिए आर्थिक सुविधाओं की कमी के कारण घर लाए जाने के बाद उसे 1 तारीख को एक नए सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया। लेकिन 2 तारीख को डॉक्टर ने उन्हें ब्रेन डेड घोषित कर दिया।
सिविल डॉ नीलेश काछड़िया ने काशीनाथ की पत्नी रितादेवी सहित परिवार को अंगदान का महत्व समझाया और वे काशीनाथभाई की दो किडनी और लीवर दान करने के लिए सहमत हुए। जिसे अहमदाबाद के किडनी इंस्टीट्यूट भेज दिया गया है। उनका एक 18 साल का बेटा आनंद और 19 साल की बेटी माहेश्वरी है।
पिछले 10 दिनों में 6 लोगों के अंगदान से 18 लोगों को नौ जिंदगियां मिली हैं। डॉ.गणेश गोवेकर सिविल मेडिकल सुपरिंटेंडेंट ने बताया कि 12 किडनी, 4 लीवर और 2 आंखें दान की गई हैं।