सूरत पुलिस ने बिना मास्क वालों से वसूला 15 करोड़ रूपए का जुर्माना
कोरोना महामारी से पूरा विश्व जूझ रहा है, कई परिवार उजड़ गए तो कई लोग डिप्रेशन में चल गए है। लोग कोरोना के कारण बेरोजगार होने से वित्तीय तौरपर कमजोर हो चुके है। अभी भी कोरोना संक्रमण खत्म नहीं हुआ है। प्रशासन के बार-बार लोगों से मास्क पहनने, सोशल डिस्टेंस का पालन करने, भीड़भाड से बचने की चेतावनी के बावजूद लोग अपनी हरकत से बाज नहीं आ रहे है। कोरोना का संक्रमण घटने से लोग बेफ्रिक होकर घुम रहे है, सोशल डिस्टेसिग की भी धज्जियां उड़ा रहे है। लोगों की लापरवाही सूरत पुलिस की कार्रवाई से पता चलती है। लोग 10 रूपए के मास्क लगाने के बजाय करोड़ों का जुर्माना भर चुके है।
कोरोना का संक्रमण घटने से सरकार ने थोड़ी ढील दे दी है, लेकिन इसका मतलब बिल्कुल ऐसा नहीं की कोरोना का खतरा टल चुका है। अभी भी तीसरी संभावित लहर का खतरा बना हुआ है। अगर ऐसा ही कोरोना गाइड लाइन का उल्लंघन होता रहा है तीसरी लहर को कोई नहीं रोक सकता। सूरत पुलिस ने कोरोना के दौरान पिछले सात माह में बिना मास्क के लोगों से 15 करोड़ रूपए से ज्यादा का जुर्माना वसूला है। सूरत पुलिस ने पिछले सात माह में बिना मास्क के 153329 लोगों को गिरफ्तार किया है। सबसे ज्यादा जुर्माना अप्रैल में वसूला गया था। पुलिस ने दिसंबर में 30248 लोगों से 30248000 रूपए, जनवरी में 22002 लोगों से 22002000 रुपये, फरवरी में 4824 लोगों से 4824000 रुपये, मार्च में 13035 लोगों से 13035000 रुपये, अप्रैल में 42029 लोगों से 42029000 रूपए, मई में 24662 लोगों से 24662000 रूपए, जून के महीने में 16529 लोगों से 16529000 रूपए का जुर्माना वसूला गया।