शहर के खजोद ड्रीम सिटी स्थित सूरत डायमंड बुर्से का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। इसका उद्घाटन करने के लिए सूरत डायमंड बुर्से कमेटी के सदस्यों ने बुधवार को नई दिल्ली में प्रधानमंत्री से मुलाकात की और निमंत्रण देकर समय मांगा। प्रधानमंत्री ने 17 या 24 दिसंबर का विकल्प स्वीकार कर लिया था जो उनके लिए सुविधाजनक होगा, दोनों में से एक तारीख का फैसला आने वाले दिनों में बाद में किया जाएगा।
हीरा उद्योग को कच्चे हीरे खरीदने के लिए बेल्जियम और दक्षिण अफ्रीका तक नहीं जाना पड़ेगा
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल के नेतृत्व में सूरत डायमंड बुर्से के 12 प्रमुख सदस्यों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और दुनिया के सबसे बड़े हीरा व्यापार केंद्र माने जाने वाले सूरत डायमंड बुर्से के उद्घाटन का निमंत्रण दिया। अब 21 नवंबर से सूरत डायमंड बुर्से में लगभग 450 व्यवसायियों ने एक साथ कार्यालय शुरू करने की तैयारी दिखाई है। उद्यमियो का मानना है कि सूरत का हीरा उद्योग तेजी से बढ़ेगा। अमेरिका की पेंटागोन बिल्डिंग से भी बड़ी सूरत डायमंड बुर्से के शुरू होने से सूरत के हीरा उद्योग को कच्चे हीरे खरीदने के लिए बेल्जियम और दक्षिण अफ्रीका तक नहीं जाना पड़ेगा। इसके साथ ही बाजार में कच्चे और पॉलिश किये गये हीरों को बेचने की भी व्यवस्था की गयी है।
3200 करोड़ रुपये की लागत से तैयार सूरत डायमंड बुर्स
सूरत डायमंड बुर्स में निर्यात-आयात की सुविधा के लिए सीमा शुल्क कार्यालय, नीलामी घर और बैंकिंग सहित व्यवस्थाएं भी बनाई गई हैं। अधिक जानकारी के मुताबिक, 3200 करोड़ रुपये की लागत से तैयार सूरत डायमंड बुर्स में 4,500 ऑफिस है।
हीरा उद्योग को सभी विश्व स्तरीय सुविधाएं उपलब्ध होंगी। इसमें 15 मंजिल के 9 टावर हैं। सभी टावरों को आपस में कनेक्ट करके रखा गया है ताकि एक टावर से दूसरे टावर तक आसानी से जाया जा सके। ऑफिस में काम करने वालों का समय बर्बाद न हो इसके लिए 131 लिफ्ट की भी व्यवस्था है।
बिल्डिंग के तापमान को ध्यान में रखते हुए इंफ्रास्ट्रक्चर और इंटीरियर तैयार
सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए करीब 4000 सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं।इसके अलावा, 10,000 दोपहिया और 4,500 चार पहिया वाहनों के लिए पार्किंग की भी सुविधा है। बिल्डिंग के तापमान को ध्यान में रखते हुए इसका इंफ्रास्ट्रक्चर और इंटीरियर तैयार किया गया है।