
सूरत: कपड़ा व्यापारी लड़की को कर रहा था शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित, मामला दर्ज
झारखंड के लड़की सूरत में घरेलू काम कर रही थी
सूरत के भटार क्षेत्र में कबीर निकुंज सोसाइटी में रहने वाले कपड़ा कारोबारी द्वारा घर में काम करने वाले लड़की को शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किए जाने की सूचना के आधार पर पुलिस ने छापेमारी की। पुलिस ने लड़की को मुक्त कर दिया और एक कारोबारी और एक एजेंसीज सहित तीन के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
सूरत में पुलिस और श्रम विभाग की एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट ने कबीर निकुंज सोसाइटी निवासी कपड़ा कारोबारी लक्ष्मणदास के घर पर छापेमारी की हाउस कीपर के रूप में काम करने वाली 18 साल की लड़की को मुक्त करवाया।
मूल झारखंड के लातेहार जिले की रहने वाली दोनों लड़कियों को मंजूना और दिल्ली के अमृतपुरी इलाके के प्लेसमेंट सर्विस एजेंट अशबिंदकुमार उनके गृह नगर से दिल्ली ले गए, जहा दोनों को अपने कार्यालय में पंजीकृत कराने के बाद 6 हजार मासिक वेतन के लिए वर्तमान में सूरत भेजा गया था।
वह सूरत में एक कपड़ा व्यापारी के यह हाउस कीपर का काम करती थी। व्यापारी लक्ष्मणदास निर्दयता से काम करवाते थे साथ ही खाने-पीने के खर्च के लिए थोड़ी सी राशि भी दी जाती थी, जबकि अशबिंदकुमार या उनके कार्यालय के कर्मचारी द्वारा समय-समय पर 6 हजार मासिक वेतन भी लिया जाता था।
लड़की ने हम अपनी एक लड़की को भी अशबिंदकुमार से नौकरानी की नौकरी दिलाई थी। 4 माह पहले जब वह अपने गृह नगर गई तो उसने अपने पिता को शारीरिक और मानसिक प्रताड़ना की जानकारी दी।
पिता ने अपनी बेटी को स्थानीय कलेक्टर और फिर अन्य लोगों की मदद से सूरत पुलिस की मदद से छुड़ाया। पुलिस व्यापारियों अशबिंदकुमार समेत तीन के खिलाफ मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई कर रही है।