
सूरत। द सदर्न गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री और सदर्न गुजरात चैंबर ट्रेड एन्ड इंडस्ट्रीज डेवलपमेंट द्वारा आयोजित प्रदर्शनियों की श्रृंखला के अंतर्गत, वर्ष 2025-26 की दूसरी भव्य प्रदर्शनी के रूप में ‘यार्न एक्सपो-2025’ का आयोजन 1, 2 और 3 अगस्त, 2025 को सूरत इंटरनेशनल एक्जीबिशन एन्ड कन्वेंशन, सरसाणा में किया जा रहा है।
चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष निखिल मद्रासी ने बताया कि सूरत के टेक्सटाइल उद्योग के विकास को गति देने और उद्योगपतियों को यार्न उत्पादन की नवीनतम तकनीक की जानकारी प्रदान करने के उद्देश्य से चैंबर ऑफ कॉमर्स द्वारा यह प्रदर्शनी आयोजित की जा रही है। यार्न एक्सपो में 85 प्रदर्शक भाग ले रहे हैं।
सूरत के अलावा, अहमदाबाद, वडोदरा, नवसारी, मुंबई, इरोड, कोयंबटूर, हुगली (पश्चिम बंगाल), लुधियाना (पंजाब), बैंगलोर, सिलवासा, पानीपत (हरियाणा), कोलकाता, नामखल (तमिलनाडु), राजकोट, गिर सोमनाथ, दमन, भरूच, चेन्नई, रायपुर (छत्तीसगढ़) और नागपुर के प्रदर्शक प्रदर्शनी में भाग ले रहे हैं।
इस वर्ष चैंबर के यार्न एक्सपो का सातवाँ संस्करण प्रस्तुत किया जाएगा, जिसमें देश भर के यार्न निर्माता एक मंच पर आकर यार्न की सभी किस्मों का प्रदर्शन करेंगे। प्रदर्शनी में सिल्वर ज़री और गोल्ड ज़री, टेंसिल यार्न, कॉटन, एन सिल्क, लियोसेल, जिंक लिनन, कार्बन फाइबर, नमी प्रबंधन, बायोडिग्रेडेबल, हेम्प यार्न, एंटी-माइक्रोबियल यार्न प्रदर्शित किए जाएँगे।
एन सिल्क और लियोसेल यार्न का उपयोग कपड़ा उत्पादन में रेशम के स्थान पर किया जाता है। कार्बन फाइबर यार्न और बायोडिग्रेडेबल का उपयोग तकनीकी वस्त्रों में किया जाता है। एंटी-माइक्रोबियल यार्न का उपयोग मेडिकल टेक्सटाइल के उत्पादन में किया जाता है।
इसके अलावा, इन यार्न का उपयोग स्पोर्टस वेयर, टेकनिकल टेक्सटाइल और मेडिकल टेक्सटाइल में भी किया जाता है। इस यार्न का उपयोग एक्सपोर्ट ऑरिएन्टेड कपड़ा बनाने में भी किया जाता है।