सूरत। बॉलीवुड सुपरस्टार और ढ़ाई किलो के हाथों वाले डायलॉग के लिए मशहूर सनी देओल के बेटे करण ने 18 जून को अपनी गर्लफ्रेंड द्रिशा से शादी कर ली है। रविवार को मुंबई में आयोजित शादी समारोह से पहले 15 जून को आयोजित मेहंदी समारोह का आयोजन सूरत की प्रसिद्ध कलाकार निमिषाबेन पारेख ने किया था। इंटरनेशनल मेहंदी आर्टिस्ट और मेहंदी कल्चर के को-फाउंडर निमिषाबेन पारेख द्वारा रचाई गई इस मेहंदी की सोशल मीडिया पर खूब चर्चा हो रही है।
इसकी वजह ये है कि हमेशा शर्मीले नजर आने वाले सनी देओल ने अपने बेटे की शादी की खुशी में अपने हाथ पर सर्वधर्म एकता की प्रतीक मेहंदी रचाई है और दूसरी अहम बात जो सूरत को गौरवान्वित करती है वो है सूरत की मशहूर मेहंदी कलाकार निमिषा पारेख सनी देओल, करण देओल और देओल परिवार के लोगों ने मेहंदी रचाई। करण देओल की शादी में निमिषा को खास तौर पर मेहंदी के लिए आमंत्रित किया गया था। सनी देओल ने हिंदू-मुस्लिम-सिख-ईसाई जो हमें भाईचारा सीखाते रहे हैं, जिसे चरितार्थ किया है।
सनी देओल के बेटे करण की शादी का मेहंदी समारोह 15 जून को था और देओल परिवार ने सूरत के प्रसिद्ध मेहंदी कलाकार निमिषा पारेख को मुंबई के एक बंगले में समारोह में आमंत्रित किया था। निमिषा पारेख देश-विदेश में मशहूर हैं और उन्होंने अमेरिका में 350 से ज्यादा मेहंदी कलाकारों को प्रशिक्षित किया है।
निमिषा पारेख ने कहा, मेहंदी समारोह में मेहंदी लगाने के लिए हमें सनी देओल परिवार से आमंत्रण मिला था। सनी देओल यूं तो मेहंदी से दूर रहते हैं, लेकिन पुत्र की शादी की खुशी में उन्होंने मेहंदी से पहले ओम के प्रतीक मेहंदी रचाने का फैसला किया, लेकिन चर्चा के बाद सनी ने कहा कि, अगर हम सभी धर्मों को जगह दें तो कैसा रहेगा? अंत में उन्होंने हिंदू धर्म का प्रतीक (ओम), इस्लाम का प्रतीक (चांद), सिख धर्म का प्रतीक (खंडा) और ईसाई धर्म का प्रतीक (होली क्रॉस) की मेहंदी रचाई।
सनी देओल के बंगले के बाहर बड़ी संख्या में मीडियाकर्मी मौजूद थे। सनी देओल ने बाहर जाकर मीडिया को अपने हाथों की मेहंदी दिखाई और सोशल मीडिया पर उनकी सर्वधर्म समभाव की विचारधारा की जमकर तारीफ हो रही है।
निमिषा ने बताया कि सनी देओल के बेटे करण ने भी अपनी होने वाली पत्नी द्रिशा के नाम की मेहंदी रचाई थी। तो चाचा बॉबी देओल ने भी प्यार की निशानी मेहंदी रचाई।सनी देओल परिवार की रिश्तेदार दीप्ति भटनागर ने श्री यंत्र पर मेहंदी रचाई। सिर्फ करीबी रिश्तेदारों के साथ हुई इस मेहंदी सेरेमनी में महिलाओं ने भी जमकर मेहंदी रचाई।
निमिषा ने कहा कि यह मेरे लिए एक अविस्मरणीय घटना थी, क्योंकि मेरे लिए मेंहदी सिर्फ मेंहदी नहीं है, बल्कि इसके साथ भावनाएँ जुड़ी हुई हैं, यह जीवन भर की स्मृति है और जीवन के उत्साह और सुगंध का संदेश है।