अब पेपरलेस होगा सूरत का स्मार्ट कॉर्पोरेशन!
अधिकारियों के डिजिटल हस्ताक्षर सत्यापन की प्रक्रिया शुरू
सूरत नगर निगम (एसएमसी) पूरे प्रशासन को ई-गवर्नेंस सिस्टम के माध्यम से पेपरलेस बनाने की योजना बना रहा है। नगर निगम के उच्चाधिकारियों के डिजिटल हस्ताक्षर को प्रमाणित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। आने वाले वर्षों में पेपरलेस प्रशासन के हिस्से के रूप में वर्तमान में टेबल-टू-टेबल के बजाय सभी चरणों की फाइलों को डिजिटल रूप से स्थानांतरित किया जाएगा। अधिकारियों के डिजिटल हस्ताक्षर के सत्यापन के बाद निकट भविष्य में केवल ऑनलाइन फाइल मूवमेंट सिस्टम शुरू करने की योजना है।
नगर पालिका के मसौदा बजट में तकनीक के अधिक से अधिक उपयोग की योजना बनाई गई है। जिसके तहत आने वाले वर्षों में मनपा का पूरा प्रशासन फाइलों के बजाय ऑनलाइन किया जा सकेगा। वर्तमान में पूरे शहर में प्राथमिक सुविधाओं और अधोसंरचना परियोजनाओं का काम चल रहा है। जल निकासी, पानी की लाइनों के विस्तार कार्य आदि के कारण कई बार सिस्टम को सड़कों को बंद करना पड़ता है, डायवर्जन देना पड़ता है।
सिस्टम सार्वजनिक मीडिया के माध्यम से नागरिकों को इसकी सूचना देता है, लेकिन वर्चुअल और डिजिटल भारत के इस युग में, अब मनपा ने गूगल के साथ रूट क्लोजर/डायवर्जन, वैकल्पिक मार्ग की जानकारी, भुगतान और पार्क स्थान, ईवी चार्जिंग स्टेशन स्थानों को Google पर प्रदर्शित करने के लिए करार किया है। मानचित्र नगरवासियों को उपलब्ध कराने की योजना बनाई गई है।
इतना ही नहीं, नगर पालिका की विभिन्न सेवाओं के संबंध में नागरिकों से प्राप्त शिकायतों के लिए व्हाट्सएप के माध्यम से एक स्वचालित शिकायत प्रबंधन पंजीकरण और शिकायत ट्रैकिंग प्रणाली बनाने की भी योजना है। वर्तमान में नगर पालिका के विभिन्न करों का ऑनलाइन भुगतान किया जा सकता है, लेकिन अब लोगों को नए मूल्यांकन, निष्पक्ष मूल्यांकन, नाम परिवर्तन, किरायेदार कटौती/प्रवेश आदि से संबंधित कार्यों के लिए खिंचाव नहीं पड़ेगा। मनपा द्वारा इलेक्ट्रॉनिक सेवा वितरण शुरू कर ऑनलाइन आवेदन प्रणाली में भी यह कार्य किया जाएगा।