भारतीय जैन संघठना द्वारा आयोजित कवि सम्मेलन में देर रात तक बहती रही काव्य की धारा
सूरत। भारतीय जैन संगठना द्वारा आयोजित आज व्यंग हास्य कवि सम्मेलन में देर रात तक काव्य धारा बहती रही।मंच से कविताओं,गीतों का गायन होता रहा और मुग्ध श्रोता झूमते व वाह वाह करते रहे।
वीआईपी रोड स्थित भगवान महावीर यूनिवर्सिटी के प्रांगण में रविवार शाम 7 बजे से विराट हास्य कवि सम्मेलन आयोजित किया गया। यह कवि सम्मेलन विशेष तौर पर भारतीय जैन संगठना द्वारा समाज के हित के लिए शिक्षा, प्राकृतिक आपदा प्रबंधन, महिला सशक्तिकरण एवं स्वास्थ्य कार्यों के पोषण हेतु यह कार्यक्रम के भगवान महावीर यूनिवर्सिटी द्वारा आयोजित किया गया।
विराट कवि सम्मेलन में हास्य कवि एवं तारक मेहता का उल्टा चश्मा, वाह-वाह क्या बात है फेम शैलेष लोढा के साथ ही जाने माने कवि डॉ. विष्णु सक्सेना (अलीगढ़), संजय झाला के अलावा जयपुर के वीर रस के कवि अशोक चारण, दौसा की कवियित्री सपना सोनी, सूरत की सोनल जैन एवं दिल्ली के हास्य कवि प्रवीण शुक्ल ने अनौखे अंदाज में रस कविताएं, गीत,व्यंग आदि प्रस्तुत कर श्रोताओं का मन मोह लिया था। हास्य कवियों द्वारा पेश की गई कविताओं ने उपस्थित श्रोताओं को ठहाके लगाने के लिए मजबूर कर दिया।
भगवान महावीर यूनिवर्सिटी प्रांगण में आयोजित कवि सम्मेलन का प्रारंभ दीप प्रजल्वन से हुई।हजारो श्रोताओं की उपस्थित में मंच संचालन कर रहे जयपुर के हास्य व्यंगकार संजय झाला ने प्रवीण शुक्ल(दिल्ली)को आमंत्रित किया।शुक्ल ने राजनेताओ पर पढ़ी कविता
योगी ने कमाल कर दिया,
एक ओवर में चेंसुरी बना दिया……….
साईकल को पंचर कर डाला हाथ को लकवा मार गया…से खूब तालियां बटोरी।
सोनल जैन देश व इश्क की बात पर मधुर कविता पढ़ी।प्रख्यात
वीर रस के कवि अशोक चारण देशभक्ति से ओतप्रोत कविताओं की दमदार प्रस्तुति देकर श्रोताओं को राष्ट्रभक्ति के जज्बे से सरोवर कर दिया। उन्होंने तिरंगे की महत्ता पर जोशीली कविता सुनाई।
मेरी मौत को मिले तिरंगा
मरकर भी जी जाऊंगा
तख्ती आंखे थकती आंखे
अपने घर को भूल गया—
श्रृंगार पैरोडी विदुषी कवियत्री सपना सोनी(दौसा)ने
प्रेम रस पर अपनी मधुर व सुरीली आवाज में
तुम मृग बन जाओ कान्हा
मैं कस्तूरी बन जाऊं
तुम ढूंढो सारे जग में
मैं तुम पर गंध लुटाऊ……
इनके बाद हास्य मंच संचालक संजय झाला(दौसा) ने ऐसी प्रस्तुति दी कि श्रोता हँस हँस कर लौट पौट गए।गीतकार कवि डॉ. विष्णु सक्सेना(अलीगढ़)ने अपने अंदाज में ऐसा समा बांधा कि श्रोता मंत्रोमुग्ध हो गए।
सोचता था कि तुम गिरकर सम्भल जाओगे।
रोशनी बनके अंधेरे को निगल जावोगे।
न मौसम न हालात न तारिक दिन,
किसी को पता न था कि तुम बदल जावोगी।
इसके बाद में जिसका इंतजार घण्टो से बैठे श्रोता कर रहे थे मशहूर हास्य व्यंग्य कवि शैलेश लोढा ने मंच संभाला,लोढा ने अपने अंदाज में श्रोताओं को खूब हँसाया। अपने अंदाज में उन्होंने गुजरात राजस्थान से जुड़े रोचक प्रसंग चुनाये।
कवि सम्मेलन में BJS के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने अपना प्रेरक व्यक्तत्व दिया।सूरत चेप्टर के अध्यक्ष डॉ.संजय जैन और टीम के प्रयासों से कवि सम्मेलन का सफल आयोजन रहा । मंच का संचालन हर्षिता जैन, अनामिका तलेसरा,डॉ पूनम गुजरानी ने किया।
शाम 7 बजे शुरू हुआ कवि सम्मेलन देर रात तक चला।करीब 5.6घण्टे तक श्रोताओं ने अनुशासन व शांति ने बैठकर सुना व आनन्द लिया।
भारतीय जैन संघठना सूरत चेप्टर के पदाधिकारियो व कार्यकर्ताओं ने कवि सम्मेलन को सफल बनाने के लिए व्यवस्था में अपना योगदान प्रदान किया।सम्मानित भामाशाहो व अतिथियों का मंच पर दुपट्टा व मोमेंटो से स्वागत किया गया।
कवि सम्मेलन में बड़ी संख्या में महिला शक्ति की उपस्थिति रही।आयोजन स्थल भी छोटा पड़ गया।श्रोताओं ने व्यवस्था को ध्यान में रखते हुवे जहां जगह मिली वहां से शांतिपूर्ण कवि सम्मेलन का आनन्द लिया।
BJS से जुड़ीं नारी शक्ति ने कड़ी मेहनत की व व्यवस्थाओं में शुरू से अंत तक जुड़ी रही।