गणेश विसर्जन में कड़ा बंदोबस्त: कृत्रिम तालाब में विसर्जन के दौरान जनता के लिए नो-एंट्री
सूरत में तैनात रहेंगे 13 हजार से अधिक जवान, 14 एसआरपी व रैपिड एक्शन फोर्स की कंपनी
सूरत पुलिस ने शुक्रवार से शुरू होने वाली 5,233 भगवान गणेश की विसर्जन यात्रा को सुचारू रूप से संपन्न कराने के लिए व्यापक इंतजाम किए हैं। 13 हजार से अधिक पुलिस कर्मियों, 14 एसआरपी के साथ रैपिड एक्शन फोर्स तैनात रहेगी। यह भी कहा गया है कि नदी और समुद्र में गश्त के साथ-साथ कृत्रिम तालाबों में विसर्जन के दौरान जनता को प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा।
सूरत में श्रीजी की 65,000 से अधिक छोटी मूर्तियाँ स्थापित की जा चुकी हैं।लोगों में जागरूकता के कारण अब छोटी और मिट्टी की मूर्तियों की संख्या बढ़ गई है और उन्हें घर में विसर्जित किया जा रहा है। हालांकि, कई गणेश आयोजक श्रीजी की विसर्जन यात्रा का आयोजन करते हैं और उनकी मूर्ति को कृत्रिम तालाब में विसर्जित करते हैं। इस वर्ष कुल 5233 आयोजकों ने विसर्जन की अनुमति मांगी है, सूरत पुलिस ने 4255 को अनुमति दी है। जबकि शेष प्रक्रिया जारी है।
सूरत के पुलिस आयुक्त अजयकुमार तोमर ने शुक्रवार 9 तारीख को होने वाली विसर्जन यात्रा की जानकारी देते हुए कहा कि इस वर्ष स्थानीय कृत्रिम सरोवरों में गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन पर जोर दिया जाएगा।हालांकि कृत्रिम तालाब में विसर्जन के दौरान जनता को प्रवेश नहीं मिलेगा। सूरत पुलिस के दो अतिरिक्त पुलिस आयुक्तों, 16 डीसीपी, 28 एसीपी, 95 पीआई, 237 पीएसआई, 5000 शहर पुलिस कर्मियों, 5600 होमगार्ड कर्मियों, 1350 टीआरबी कर्मियों सहित कुल 12328 पुलिसकर्मियों को तैनात किया जाएगा। उन्हें एसआरपी की 14 कंपनियों और रैपिड एक्शन फोर्स की कंपनी का सहयोग मिलेगा। साथ ही पुलिस के करीब 3500 दोस्त वर्दी में होंगे। गणेश मंडलों को विसर्जन करने का समय-मार्ग दिया गया है, समय पर निकलने की अपील की है।
पुलिस ने पांच फीट ऊंची मूर्तियों को विसर्जन का समय और रास्ता बताया है। पुलिस ने आयोजकों से समय पर निकलने की अपील की है। पुलिस ने हाईवे पर 82 सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं। साथ ही कृत्रिम झीलों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे और उनका सीधा प्रसारण कंट्रोल रूम में किया जाएगा।