तेरापंथ भवन में विद्यासागर महाराज को दी विनयांजलि
सूरत। दिगंबर जैन संत आचार्यश्री 108 विद्यासागर जी महाराज ने 18 फरवरी शनिवार की रात महापरायण किया। 78 वर्ष की आयु में आचार्यश्री ने छत्तीसगढ़ के डूंगरगढ़ में दोपहर 2:35 बजे समाधि ली।
आचार्यश्री की विनयांजलि के बाद भारत के सभी धर्मों के लोगों ने उन्हें नमन किया। 11 फरवरी 2024 को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स ने आचार्य श्री को ब्रह्मांड के भगवान के रूप में सम्मानित किया।
सूरत शहर की जैन सोसायटी ने 25 फरवरी 2024 को दोपहर 1:30 बजे से 3:30 बजे तक सिटीलाइट क्षेत्र में तेरापंथ भवन में विनयांजलि पाठ का गुणानुवाद का आयोजन किया।
समाज के अग्रणीयशवंत भाई शाह एवं हितेश जैन (एडवोकेट) ने बताया कि इस विनयांजलि में जैन समाज के चारों संप्रदायों के बड़ी संख्या में महिला-पुरुषों के साथ-साथ हिंदू संस्कृति के सभी साधु-संतों ने अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की. महामुनिओ संत आचार्यश्री 108 विद्यासागर जी महाराज को सुनाया गया।