पुलवामा शहीदों को दी श्रद्धांजलि, 40 ऊंचे पेड़ों के सामने शहीदों के नाम वाली तख्तियों का अनावरण
सूरत के हार्ट्स एट वर्क फाउंडेशन के साथ-साथ ग्रीनमैन विरल देसाई ने ग्रीन उधना रेलवे स्टेशन पर पुलवामा हमले की बरसी पर शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए एक कार्यक्रम का आयोजन किया। वहीं पुलवामा में शहीदों के सम्मान में लगाए गए चालीस ऊंचे पेड़ों के सामने शहीदों के नाम वाली तख्तियों का अनावरण किया गया। पर्यावरण के क्षेत्र में कार्य करने वाली विशिष्ट हस्तियों को भी ‘पर्यावरण सेनानी सम्मान’ से सम्मानित किया गया।
सूरत के हार्ट ऑफ वर्क फाउंडेशन ने क्लाइमेट एक्शन एंड इकोसिस्टम की थीम पर ग्रीन उधना रेलवे स्टेशन को देश, एशिया और दुनिया के पहले मॉडल स्टेशन के रूप में विकसित किया है। पर्यावरण की थीम पर बने इस मॉडल स्टेशन का सारा काम ग्रीनमैन विरल देसाई द्वारा पुलवामा शहीदों को समर्पित किया गया था, इसलिए हर साल उधना स्टेशन पर पुलवामा हमले की बरसी पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किया जाता है।
इस संबंध में ग्रीनमैन विरल देसाई ने कहा, ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के तहत हमने इस साल से ‘प्रदूषण के खिलाफ सत्याग्रह’ आंदोलन शुरू किया है, जिसके तहत हमने ‘पर्यावरण सेनानी का सम्मान’ शुरू किया है। जिस प्रकार देश के सैनिक सीमा पर हमारी रक्षा करते हैं, उसी प्रकार हमें भी पर्यावरण के सिपाही बनकर देश के लोगों के स्वास्थ्य की रक्षा करनी है। इसलिए इस साल हम पर्यावरण सेनानियों का सम्मान कर रहे हैं और अधिक लोगों के पर्यावरण की ओर आने का मार्ग प्रशस्त कर रहे हैं।”
श्रद्धांजलि कार्यक्रम में डीएफओ पुनीत नै यर, प्रसिद्ध वनस्पतिशास्त्री डॉ. डॉ मीनू परबिया, वडोदरा एम एस यूनिवर्सिटी के जियोग्राफी डिपार्टमेंट के हेड डॉ बिन्दू भट्ट और समाजसेवक भरतभाई शाह भी मौजूद थे। उल्लेखनीय है कि ग्रीन उधना स्टेशन पर देश का पहला पुलवामा स्मारक बनाया गया है, जहां 40 सैनिकों के सम्मान में चालीस बड़े पेड़ लगाए गए थे। इसलिए शहीदों के सम्मान में यहां भारतीय रेलवे का पहला अर्बन फोरेस्ट भी तैयार किया गया है। ‘शहीद स्मृति वन’ नाम के इस फोरेस्ट को मियावाकी पद्धति से तैयार किया गया है।