गांधीनगर में लावारिश मिले बच्चे की हुई पहचान, इस वजह से पिता उसे छोड़कर चला गया
गांधीनगर के पेथापुर में शुक्रवार की रात अज्ञात शख्स बच्चे को गौशाला के पास छोड़कर फरार हो गया। घटना के बाद गांधीनगर पुलिस सक्रीय हो गई। पुलिस ने अलग-अलग टीमें गठित कर बच्चे के अभिभावकों की तलाश शुरू कर दी थी। उधर, गृह मंत्री हर्ष संघवी भी बच्चे से मिलने सिविल अस्पताल पहुंचे। अस्पताल के स्टाफ और बच्चे की देखभाल करने वाले लोगों ने बच्चे का नाम स्मित रखा था। बच्चे के अभिभावकों तलाशने के लिए पुलिस की आठ टीमें गठित की गई थी। जिसमें एलसीबी और एसओजी की 4 टीमें और स्थानीय पुलिस और महिला पुलिस की 2-2 टीमें बनाई गईं थी। बीती रात से ही जांच में जुटी पुलिस को बच्चे के पिता का पता लगाने में बड़ी सफलता मिली है।
પેથાપુરની ગૌશાળા બહાર તરછોડાયેલા બાળકને ગાંધીનગરની સિવિલ હોસ્પિટલમાં દાખલ કરવામાં આવ્યું છે, ત્યારે આ બાળકની સ્વાસ્થ્ય અંગેની જાણકારી મેળવવા હોસ્પિટલની મુલાકાત લીધી.
આ કૃત્યને વખોડી, સમગ્ર ઘટનાની ત્વરિત તપાસ અંગે ગાંધીનગર સહિત અન્ય ટીમોને પણ રવાના કરવામાં આવી છે. pic.twitter.com/6FyjCKhnaS
— Harsh Sanghavi (@sanghaviharsh) October 9, 2021
पुलिस जांच में सामने आया कि बच्चे के पिता का नाम सचिन दीक्षित है और वह सफेद कलर की सेन्ट्रो कार लेकर बच्चे को पेथापुर के गौशाला के पास छोड़कर फरार हो जाने की बात पुलिस को पता चली थी। सचिन दीक्षित वडोदरा में एक निजी कंपनी के लिए काम करते हैं और उत्तर प्रदेश के मूल निवासी हैं। सचिन अपनी पत्नी से अलग गांधीनगर में अपने पिता और बच्चे के साथ रहते हैं। पता चला है कि दंपत्ति के झगड़े के चलते उन्होंने इस बच्चे को छोड़ दिया था। सचिन दीक्षित गांधीनगर के सेक्टर 26 में रहते हैं। कार के आधार पर पुलिस सचिन दीक्षित के पास पहुंची। ऐसे में यह तकनीक बच्चे के पिता को खोजने में काफी मददगार साबित हुई है।