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सूरत शहर पुलिस की अनूठी पहल, बैंकों और सहकारी मंडलियों के सहयोग से 300 से अधिक जरूरतमंद नागरिकों को लोन सहायता चेक वितरित

राज्य में दर्ज सूदखोरी के पिछले 847 मामलों में 1000 से अधिक लोगों को सूदखोरी के चूगल से मुक्त किया गया: गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी

सूदखोरी की चपेट में आए जरूरतमंद नागरिकों को आसानी से कर्ज दिलाने के लिए सूरत सिटी पुलिस की ओर से एक अनूठी पहल की गई है। सूदखोरी को रोकने के लिए शहर पुलिस द्वारा जरूरतमंद नागरिकों और को ओप सोसाइटी, विभिन्न सहकारी मंडलियों और बैंक के बीच सेतु बनकर 10 हजार से लेकर रु. 3.50 लाख की लोन सहायता स्वीकृत की गई।

इस नई पहल के तहत केंद्रीय रेल राज्य मंत्री दर्शनाबेन जरदोश, राज्य भाजपा अध्यक्ष और सांसद सीआर पाटिल, गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी द्वारा 300 से अधिक लाभार्थियों को लोन सहायता चेक का वितरण किया गया था। वन एवं पर्यावरण राज्य मंत्री मुकेशभाई पटेल एवं पुलिस आयुक्त अजय तोमर ने इंडोर स्टेडियम, अठवालाइन्स, सूरत में समारोह सुदखोरी की बुराई का उन्मूलन हमारा संकल्प’ में किया गया।

इस मौके पर केंद्रीय रेल राज्य मंत्री दर्शनाबेन जरदोश ने कहा कि दिन के अंत में विभिन्न योजनाओं का लाभ लोगों तक पहुंचाने वाले बैंकों का वित्तीय प्रदर्शन सराहनीय है। कानून व्यवस्था बनाए रखने के साथ-साथ सामाजिक रूप से जिम्मेदार तरीके से जरूरतमंदों को ऋण सहायता प्रदान करने की सूरत पुलिस की यह संवेदनशील पहल सभी शहरों के लिए अनुकरणीय है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार नागरिकों के साथ विश्वसनीयता का सेतु बनाकर पुलिस की छवि बदलने में बड़ा योगदान दिया है और पुलिस के सामाजिक कार्यों की सराहना की।

इस मौके पर गृह मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने सूदखोरों को सबक सिखाने के लिए पूरे गुजरात में अभियान चलाया है और शहरों, कस्बों और गांवों में सूदखोरों के खिलाफ हल्ला बोल किया है। इससे आम नागरिकों को बड़ी राहत मिली है। सूदखोरी के जाल में फँसे सैकड़ों गरीब नागरिकों को छोटे-बड़े पैसों की तंगी में ब्याज पर पैसा लेने के लिए सूदखोरों के चंगुल से मुक्त कराया गया है और सूदखोरों की पहचान करने के लिए कड़ी कार्रवाई की गई है।

गृह मंत्री ने आगे कहा कि जब आम आदमी जबरदस्ती ब्याज पर पैसा लेता है और अपनी संपत्ति को गिरवी रख देता है, तो सरकार ने ऐसे पीड़ित नागरिकों को मुक्त करने के प्रयास किए हैं। पिछले एक माह में प्रदेश में सूदखोरी के 847 मामले दर्ज किये गये हैं और 1000 से अधिक लोगों को सूदखोरी की बुराई से मुक्त कराया गया है।

उन्होंने आगे कहा कि सूदखोरी की समस्या के समाधान के लिए सूरत पुलिस ने मानवीय संवेदना के साथ पहल की है। सूरत मनपा ने पीएम स्वनिधि योजना के तहत छोटे-बड़े व्यवसायियों, दुकानदारों, फेरियावाले को बिना किसी गारंटी के करोड़ों की ऋण सहायता देने का भी बड़ा काम किया है।

पुलिस आयुक्त अजय कुमार तोमर ने कहा कि समाज को अपराधी व असामाजिक तत्वों से सुरक्षित रखकर सुरक्षित राष्ट्र निर्माण की जिम्मेदारी पुलिस विभाग की है। नशे के राक्षस से लड़ने, बलात्कारियों को सजा दिलाने, विभिन्न प्रकार के अपराधों से लड़ने के लिए जहां पुलिस हर विपरीत परिस्थिति में नागरिकों के साथ खड़ी रहने के लिए कृतसंकल्प है, वहीं नगर पुलिस का यह अभिनव कार्य अन्य शहरों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगा।

इस अवसर पर जिलाधिकारी आयुष ओक, सूरत रेंज के अतिरिक्त डीजीपी पीयूष पटेल, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त शरद सिंघल एवं प्रवीण मल, जिला पुलिस प्रमुख हितेश जॉयसर, स्थायी समिति के अध्यक्ष परेशभाई पटेल, विभिन्न बैंक एवं क्रेडिट सोसायटी, बैंक प्रबंधक, अधिकारी, सहकारी समिति के नेता मौजूद रहे पुलिस विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।

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