सूरत

श्री भीमपोर सामुदायिक सहकारी कृषि मंडली की विशेष आम सभा में हुई शाब्दिक चकमक

झींगा तालाब को समतल कर ग्रीनहाउस खेती शुरू करके सरकार से जमीन मूल किसानों को वापस दिलवाऊंगा: दीपक इजारदार

सूरत। श्री भीमपोर सामुदायिक सहकारी कृषि समिति लिमिटेड की विशेष आम बैठक रविवार को भीमपोर हनुमान मंदिर के पास कड़ी पुलिस सुरक्षा में आयोजित की गई। इस बैठक में बड़ी संख्या में उपस्थित सदस्यों ने झींगा तालाब को हटाने, समतल भूमि बनाने तथा इजराइल की तरह हरित क्षेत्र में खेती करने की अपनी तत्परता व्यक्त की। दीपक इजादार ने बैठक में उपस्थित सदस्यों को आश्वासन दिया कि सरकार किसानों को खेती योग्य भूमि उपलब्ध कराएगी।

श्री भीमपोर सहकारी मंडली के स्वर्गस्थ स्वैच्छिक सदस्य और स्वतंत्रता सेनानी धीरूभाई इजादार के उत्तराधिकारी दीपक धीरूभाई इजारदार आज की विशेष आम बैठक में उपस्थित थे और उन्होंने भीमपोर गांव के सदस्यों को संबोधित किया। दीपक इजारदार ने कहा कि भीमपोर सामुदायिक सहकारी मंडली का गठन 1964 में हुआ था। सरकार ने भूमिहीन लोगों को खेती के लिए 875 एकड़ बंजर जमीन आवंटित की थी। समुद्री जल और नमक दलदल के कारण इस भूमि पर खेती नहीं की जा सकती थी। मंडली अग्रणियों के सुझाव पर किसानों ने झींगा तालाब बनाया और झींगा पालन शुरू किया। चूंकि सरकार द्वारा भूमि आवंटन का मुख्य उद्देश्य पूरा नहीं हुआ, इसलिए सरकार ने भूमि को वापस अपने कब्जे में ले लिया। इसके बाद मंडली के सदस्यों और अग्रणियों द्वारा भूमि प्राप्त करने के लिए अदालती कार्यवाही शुरू की गई।

दीपक इजारदार ने गांव के गरीब व अशिक्षित किसानों के जनहित में खुलकर सहयोग करने तथा न्यायालयीन कार्रवाई करने की तत्परता व्यक्त की। दीपक इजारदार ने 528 सदस्यों के परिवारों को 875 एकड़ जमीन वापस दिलाने के उद्देश्य से उच्च न्यायालय और सर्वोच्च न्यायालय जाने की इच्छा व्यक्त की है। दीपक इजादार द्वारा जनहित में शुरू की गई मुहिम जिसका उद्देश्य यह था कि यदि सरकार उस उद्देश्य को प्राप्त करने में सफल होती है जिसके लिए किसानों को जमीन आवंटित की गई थी, तो सरकार मूल किसानों को जमीन वापस कर देगी।

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