
विशेलविन फाउंडेशन ने पाँचवें वार्षिक गार्जियन एंजल अवॉर्ड्स के माध्यम से विशेष आवश्यकता (दिव्यांगजन) क्षेत्र में कार्यरत नायकों को सम्मानित किया जायेगा
सूरत, 1 मार्च, 2025 : विशेलविन फाउंडेशन ने गर्व के साथ पाँचवें वार्षिक गार्जियन एंजल अवॉर्ड्स का आयोजन ०२ मार्च २०२५ को सूरत में किया गया है, जिसमें विशेष आवश्यकताओं वाले व्यक्तियों के क्षेत्र में असाधारण समर्पण और करुणा दिखाने वाले 80 से अधिक लोगों को सम्मानित किया जाएया। यह प्रतिष्ठित सम्मान समारोह उन निःस्वार्थ व्यक्तियों के योगदान को पहचान देता है जो विशेष आवश्यकता वाले लोगों के जीवन को समृद्ध बनाने के लिए समर्पित हैं।
इस पुरस्कार समारोह में डॉक्टर, मनोचिकित्सक, न्यूरोलॉजिस्ट, थेरेपिस्ट, विशेष शिक्षक, समावेशी शिक्षा और व्यावसायिक पुनर्वास के समर्थक, रोल मॉडल, सशक्तिकरण और समावेशिता के एंबेसडर, अनसंग हीरो और लाइफटाइम अचीवर शामिल रहेंगे। इनका अथक प्रयास न केवल दिव्यांगजनों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाता है, बल्कि समावेशी समाज के निर्माण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। गार्जियन एंजल सम्मान समारोह में सूरत के माननीय मेयर श्री दक्षेश मेवाणी, डीसीपी श्री विजय सिंह गुर्जर और समाज सुरक्षा अधिकारी एल. बी. पटेल उपस्थित रहेंगे।
विशेलविन फाउंडेशन की मैनेजिंग ट्रस्टी पूनम जी कौशिक ने कहा, “हमारा लक्ष्य उन निःस्वार्थ व्यक्तियों को सम्मानित करना है, जो विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के जीवन में बदलाव लाने के लिए समर्पित हैं। इस क्षेत्र पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है, और इस तरह के अवॉर्ड समारोह के माध्यम से हम समाज में जागरूकता बढ़ाने के साथ-साथ इन अद्वितीय व्यक्तियों के साहस, समर्पण और निःस्वार्थता की कहानियाँ साझा करना चाहते हैं।”
विविधता, समावेशन और मानसिक स्वास्थ्य की सलाहकार सुश्री माला अरोरा ने कहा, “समाज में दिव्यांग व्यक्तियों का समावेश उनका मूलभूत अधिकार है, और इसमें सुगमता, गरिमा और स्वतंत्रता सुनिश्चित करना अनिवार्य है। सहायक तकनीक और बुनियादी ढांचे में सुधार दिव्यांगजनों को सशक्त बनाता है। विशेलविन अवॉर्ड्स, जो अब अपने 5वें वर्ष में है, उन नायकों के कठिन परिश्रम को पहचानता है जो इस क्षेत्र में बदलाव ला रहे हैं और समावेशी समाज के निर्माण के लिए प्रयासरत हैं।”
सम्मानित व्यक्तित्व एवं संस्थाएँ:
लाइफटाइम अचीवर अवॉर्ड:
दक्षेश ओझा (ट्रस्टी, जैन-अनुपम एन. परमार चैरिटेबल ट्रस्ट, वलसाड)
विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के लिए शिक्षा और पुनर्वास में अग्रणी
1,200 से अधिक अनाथ, आदिवासी और दिव्यांग बच्चों को मुख्यधारा की शिक्षा से जोड़ा
सशक्तिकरण एवं समावेशन एंबेसडर अवॉर्ड:
डॉ. होमियार मोबेदजी – दिव्यांगता अधिकारों के पैरोकार एवं सहायक तकनीक विशेषज्ञ
40 वर्षों से दिव्यांगजनों के लिए वैश्विक स्तर पर परिवर्तनकारी कार्य कर रहे हैं
श्री ललित एम. जैन – उपाध्यक्ष, भगवान महावीर विकलांग सहायता समिति (BMVSS), अहमदाबाद
26,000+ दिव्यांगजनों को कृत्रिम अंग प्रदान कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाया
अनसंग हीरो अवॉर्ड:
लक्ष्मण भिमराव बिरहाड़े – गुजरात व्हीलचेयर क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान
गौरिबेन परसोत्तमभाई पटेल – 90+ पदक विजेता, अंतरराष्ट्रीय पैरा एथलीट
महेंद्रभाई परमार – 15 वर्षों से अनाथ और दिव्यांग बच्चों की देखभाल में संलग्न
समावेशी स्कूल अवॉर्ड:
अतुल विद्यालय, वलसाड – समावेशी शिक्षा के लिए एक मॉडल स्कूल
अन्य सम्मानित हस्तियाँ:
डॉ. दिलीप शर्मा – विशेष शिक्षा विशेषज्ञ (20+ वर्षों का अनुभव)
रोहन कुमार चासिया – गुजरात के पहले पैरा-स्विमर
वैशाली निलेश पटेल – अंतरराष्ट्रीय पैरा-बैडमिंटन खिलाड़ी
अन्वी विजय झांझरुकिया – राष्ट्रीय योग चैंपियन, ‘रबर गर्ल ऑफ इंडिया’
हेत्वी खीमसुरिया – प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार विजेता (2024)