
स्वैच्छिक लॉकडाउन: सूरत में हीरा बाजार और कपड़ा मार्केट शनिवार- रविवार को रहेगा बंद
सूरत में कोरोना के रिकार्ड ब्रेक मामलों और इससे मरनेवालों के आंकड़ों के मद्देनजर अब लोगों में डर का माहौल है। इस बीच शुक्रवार को कोरोना की चेन तोडऩे के लिए सूरत डायमंड ब्रोकर्स एसोसिएशन, चैंबर ऑफ कॉमर्स, फोस्टा, कैट और फोगवा ने स्वैच्छिक लॉकडाउन की पहल की है।
सूरत डायमंड ब्रोकर एसोसिएशन ने शहर में कोरोना संक्रमणों की बढ़ती संख्या को रोकने के लिए शनिवार और रविवार को महिधरपुरा, मिनी बाजार, चोकसी बाजार सहित सूरत के सभी हीरा बाजारों को बंद रखकर स्वैच्छिक लॉकडाउन करने का फैसला किया है। बाजार को दो दिनों के लिए बंद रखा जाना चाहिए। चैंबर ने दो दिनों के लिए घर से बाहर न निकलने की भी अपील की है।

सूरत डायमंड ब्रोकर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष नंदलालभाई नाकरानी ने कहा मौजूदा मुश्किल स्थिति को देखते हुए कोरोना की श्रृंखला को तोडऩा बहुत महत्वपूर्ण है। जिसके लिए सोशल डिस्टन्स रखकर लॉकडाउन ही अंतिम उपाय है। दूसरी ओर ब्रोकर भाइयों और हीरा बाजार में काम करने वाले हीरा व्यापारियों की आजीविका का भी सवाल है। जिससे उपरोक्त दोनों बातों का ध्यान रखकर बेलेंस रखकर शनि-रवि दो दिन स्वैच्छिक लॉकडाउन का फैसला लिया है।
फोस्टा के प्रमुख मनोज अग्रवाल ने बताया कि मौजूदा स्थिति को देखते हुए कोरोना संक्रमण को रोकने और कोरोना की चेन तोडऩे सभी कपड़ा बाजार शनिवार और रविवार को बंद रहने का फैसला किया गया है।
कैट के गुजरात चैप्टर के प्रमुख प्रमोद भगत ने बताया की कोरोना की चेन तोडऩा बहुत जरूरी है। वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए संक्रमण को रोकने के लिए दो दिन तक बंद के फैसले का कैट समर्थन करती है।
दी सदर्न गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स द्वारा ऑनलाइन बैठक आयोजित की गई थी। ऑनलाइन बैठक में 150 से अधिक संगठनों ने भाग लिया। जनता शिस्त नामक कार्यक्रम की घोषणा की गई। शनिवार को सुबह 6 बजे से सोमवार को सुबह 6 बजे तक स्वैच्छिक रूप से लोगों से घर पर रहने की अपील की गई है। व्यापारियों से चैंबर ऑफ कॉमर्स द्वारा कोरोना की श्रृंखला को तोडऩे की अपील की है।



