वशिष्ठ विद्यालय ने किया आर्मी चीफ जनरल मनोज मुकुंद नरवणे का सम्मान
सूरत स्थित वशिष्ठ विद्यालय 10000 से भी ज़्यादा विद्यार्थियों को सीबीएसई और जीएसईबी शिक्षा के अवसर प्रदान कर रहा है। कोविड 19 के दौरान वशिष्ठ विद्यालय ने अपने छात्रों और अभिभावकों का मनोबल और शिक्षा में रुचि बनाए रखने के लिए उच्च और नई गतिविधियों का आयोजन किया है।
बुधवार 17 फरवरी 2021 को सूरत मैरीयट होटल में सेना प्रमुख मनोज मुकुंद नरवणे का सम्मान समारोह का आयोजन हुआ। इस अवसर पर वशिष्ठ विद्यालय के ट्रस्टी रमणिक भाई डावरिया , विजयभाई डावरिया और रवि डावरिया ने प्रभावशाली गतिविधियों का विवरण साझा करते हुए और गिफ्ट, मास्क अभियान के बारे में जानकारी दी। साथ ही साथ सेना प्रमुख मनोज मुकुंद नरवणे को अपने विद्यालय की भविष्य की साझा योजनाएँ के बारेमें अवगत कराया ।
इस अवसर पर सेना प्रमुख मनोज मुकुंद नरवणे ने वशिष्ठ विद्यालय के छात्रों के साथ बातचीत की और उनके साथ अपने प्रेरक और देशभक्ति के विचारों को साझा किया। सुनीता नंदवानी जो एक दशक से भी अधिक वर्षों से वशिष्ठ विद्यालय का अभिन्न अंग हैं, उन्होंने सेना प्रमुख का स्वागत किया और उनके बहुमूल्य समय के लिए विनम्र धन्यवाद दिया।
सेना प्रमुख मनोज मुकुंद नरवणे ने कहा कि भारतीय सेना या रक्षा बलों की सबसे बड़ी ताकत इस तथ्य में निहित है कि इसमें भारत के इसमें सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के नागरिक शामिल हैं जो हमारी मातृभूमि की संप्रभुता की रक्षा के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं ।
सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे के साथ बिताए इस समय को और उनकी बातों ने वशिष्ठ विद्यालय के छात्रों में एक नई उमंग और ऊर्जा का संचार किया। इसी के साथ छात्रों ने सशस्त्र बलों में शामिल होने की अपनी हार्दिक इच्छा ज़ाहिर की और सेना प्रमुख को स्कूल में बेहतर ग्रेड लाने का वादा किया।