पांडेसरा इलाके में रहने वाले मजदूर परिवार की पांच साल की बच्ची को एक बदमाश ने अगवा कर लिया। उसे झाडिय़ों में ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म करने की तैयारी कर रहा था की उसी समय मसीहा बनकर आए वीरेंद्रकुमार ललनसिंह राजपूत को शौच करते समय बालिका के रोने की आवाज सुनाई दी तो वह वहां पहुंचे और बालिका को नराधम के चंगुल से छुड़ाया। इस जागरूक नागरिक की सतर्कता से बालिका बच गई। जिससे सूरत पुलिस कमिश्नर ने युवक को पुरस्कार देकर सम्मानित किया है।
सतर्क नागरिक मौके पर पहुंचकर बच्ची को छुड़ाया और नराधम को पकड़ा
इस सराहनीय कार्य को करने वाले वीरेन्द्र कुमार को पुलिस आयुक्त अजय कुमार तोमर ने प्रशस्ति पत्र व 5000 रुपये नकद राशि देकर प्रोत्साहित किया। आपको बता दें कि पांडेसरा में रहने वाली पांच साल की बच्ची 14 फरवरी की सुबह अपने घर के बाहर खेल रही थी। इसी दौरान उन्हें रंजन विजय यादव ने उसे बिस्किट देकर आपने साथ ले गया। पांडेसरा वडोदगाम के पीछे झाड़ियों में ले गया और उसे अपनी हवस का शिकार बनाने के लिए उसके कपड़े उतार दिए।
उसी समय बच्ची के रोने की आवाज सुनकर बीरेंद्र कुमार राजपूत दौड़ता हुआ वहां पहुंचा और बच्ची को दुष्कर्म होने से बचाया। और आरोपी को गिरफ्तार कर पुलिस को सौंप दिया गया तो पुलिस कमिश्नर ने उन्हें एक जागरूक नागरिक के रूप में अपना कर्तव्य निभाने के लिए सम्मानित किया।