सूरत : डिजाइनर रिचा नारंग ने फैशन शो में “बुनावत” कलेक्शन शोकेस किया
फैशन शो का आयोजन वर्ल्ड डिजाइनिंग फोरम डब्ल्यूडीएफ द्वारा आगरा विकास प्राधिकरण और यूपी सरकार के सहयोग से किया गया
सूरत की डिजाइनर रिचा नारंग ने हाल ही में 1-2 जुलाई 2023 के दौरान आगरा में आयोजित फैशन शो में अपना कलेक्शन “बुनावत” शोकेस किया। यह डिजाइनर कलेक्शन स्थानीय बुनकरों द्वारा भारतीय कपड़े का उपयोग करके एफ-एफ-एफ फाइबर टू फैब्रिक टू फैशन थीम के साथ बनाया गया है।
रिचा द्वारा खूबसूरती से डिजाइन किए गए आउटफिट इस विषय को स्पष्ट करते हैं कि, कैसे रेशम का कीड़ा कपड़े में और अंत में एक फैशन परिधान में परिवर्तित हो जाता है।इस फैशन शो में इनका हैंडमेड मलबारी सिल्क गाउन का कलेक्शन प्रस्तुत किया गया था। 2 दिनों के इस फैशन शो में अनेकों सेलिब्रिटी ने मुलाकात की। सभी को उनका कलेक्शन बहुत पसंद आया। इसे बनाने में 10 से 15 दिन का समय लगता है।
उल्लेखनीय है कि, इस फैशन शो का आयोजन वर्ल्ड डिजाइनिंग फोरम डब्ल्यूडीएफ द्वारा आगरा विकास प्राधिकरण और यूपी सरकार के सहयोग से किया गया था। फैशन शो का उद्देश्य भारतीय संस्कृति और विरासत का उत्थान करना था।
अनाया फैशन ब्रांड की रिचा नारंग ने बताया कि हर पोशाक के निर्माण के पीछे की कहानी होता है। आउटफिट्स कपड़े की प्रक्रिया शुरू होती है एक छोटे से कीड़े यानी कि रेशमकीट के कोकून को बदलने से लेकर उसे एक रेशे में बदलने तक। वही रेशम से एक मुलायम और चमकदार सिल्क का कपड़ा बनता है। ये कपड़े से एक ग्लैमरस आउटफिट बनाने में, उसमें खूबसूरत रंग भरने में, बुनाई करने में, प्रिंट, कढ़ाई करने में हमारे देश के कारीगरों की दिन रात की मेहनत छुपी हुई है।
उन्होंने बताया कि आज के डिजिटल डिजाइन और ग्राफिक प्रिंटिंग के दौर में हमारे देश का ये हुनर अपनी संस्कृति से जुड़ा हुआ है। वहीं वसुधैव कुटुंबकम के G20 के विषय को शामिल करते हुए एक पृथ्वी एक परिवार के तहत बुनावत संग्रह भारतीय मूल के कपड़े शहतूत रेशम से बना है। जिसे पश्चिम बंगाल के बुनकरों द्वारा बुना जाता है।
संग्रह में कारीगरों द्वारा किया गया सुंदर अजरख प्रिंट भी है और भुज के डिजाइनरों द्वारा खूबसूरती से डिजाइन किए गए कपड़े, रंगरेजों द्वारा रंग और इसके पीछे कई लोग। अपने भारतीय बुनकरों की कड़ी मेहनत को पहचानते हुए भारत की सुंदरता और आत्मा को अपनाएं। फैशन की आत्मा परिधान है, परिधानों की आत्मा कपड़ा है, कपड़े की आत्मा फाइबर है।