सूरत : गोडादरा में श्री राम कथा का तुलसी कलश यात्रा के साथ शुभारंभ
तुलसी कलश यात्रा में उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब
बालसंत श्री भोले बाबा की गौ माता हितार्थ और जेतासर में श्री हरी गौ माता अस्पताल सहायतार्थ आयोजित श्री राम कथा का प्रारंभ तुलसी कलश यात्रा से हुआ। जिसमें हजारो की संख्या में महिला शक्ति ने तुलसी के पौंधे के साथ इस यात्रा में हिस्सा लिया। यह यात्रा गंगेशवर महादेव आस्तिक मंदिर से सुबह 9 बजे गाजे बाजे के साथ निकली। जिसमें रथ में भगवान राम दरबार और शिव परिवार की सुंदर झाकियाँ के साथ गोडादर गौ भक्त मंडल के कार्यकर्ता और मुख्य यजमान घनश्याम सेवक की उपस्थिति में निकली।
यात्रा नियत मार्ग खोड़ियार सर्कल से होते हुए कथा स्थल प्रमुख आरण्य पहुंची। रास्ते में भक्तजन नाचते गाते रहे , समाज के विभिन्न वर्गों द्वारा जगह जगह फूलों की वर्षा और पानी की व्यवस्था की गई। कथा स्थल पर कथा व्यास बालसंत भोले बाबा ने भक्तों को शाम श्रीराम कथा सुनने तथा रोज़ सुबह 6 बजे प्रभात फेरी में आने का कथा स्थल पर आमंत्रित किया और भगवान राम के चरित्र का सुंदर चित्रण किया।
ज्ञात हो श्री राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के उपलक्ष में इस राम कथा का आयोजन 31 मार्च से 8 मार्च तक शाम 7:30 से 10:30 बजे तक बालसंत भोले बाबा ( ऋषिकेश) के मुख मंडल से होने जा रहा है और कथा के द्वारा आया हुआ सहयोग राजस्थान में जेतासर स्थित गौ चिकित्सालय और गौ शाला के हितार्थ उपयोग लिया जाएगा।
कथा व्यास बाल संत भोले बाबा जी महाराज ने आज श्री रामकथा में गोस्वामी तुलसीदास महाराज का जीवन चरित्र सुनाया एवं सत्संग की महिमा बताई कि सत्संग मे जाने से जीवन कल्याण के लिए बहुत ही दुर्लभ ज्ञान प्राप्त होता है। सत्संग वो दरिया है कि जिसमें स्नान करने से मनुष्य के जन्म जन्मांतर के पाप कटते है और भगवान के प्रति विश्वास बढ़ता है। जगत में किसी ने भी यश और कीर्ति पायी है, ज्ञान भक्ति वैराग्य पाया है, वो सत्संग से ही प्राप्त हुआ है। और बाबा जी ने बताया कि गो माता सर्वदेवमयी माता है जिसकी सेवा करने से समस्त देवी देवता और धर्म की सेवा होती है। गौ रक्षा में ही देश धर्म की रक्षा है।