तीर्थरक्षा का पुण्य अनंत काल तक सफलता देगा: आचार्य जिनसुंदरसूरीश्वरजी महाराज
सूरत। श्री ओमकार सूरी आराधना भवन वेसू में आचार्य सूरीश्वरजी महाराज, आचार्य यशोरत्न सूरीश्वरजी महाराज, आचार्य जिनसुंदरसूरीश्वरजी महाराज, पूज्य पन्यास श्री विमलहंस वि.स. साहब के निश्रा में विजन जिनशासन मिशन अंतरिक्षजी का अद्भुत कार्यक्रम आयोजित किया गया। वहां पूज्य आचार्य भगवंत एवं पं. विमलहंस वि.म महाराज साहब ने पिछले 125 वर्षों का इतिहास रोचक शैली में प्रस्तुत किया। यह धर्मस्थल किस कठिन परिस्थिति में था? इस धर्मस्थल की रक्षा करने में क्या कठिनाइयाँ आईं? इस तीर्थ की रक्षा के लिए किन-किन महापुरुषों ने अपना समय और शरीर का बलिदान दिया आदि विषय व्याख्यान में शामिल थे।
युग प्रधान आचार्य सम पूज्य पन्यास प्रवर श्री चन्द्रशेखर वि.म. साहब इस तीर्थ की रक्षा के लिए 3-3 वर्ष तक वहाँ रहे और इस तीर्थ की रक्षा का भार अपने शिष्य रत्न बारडोली के भाई बन्धुको सौंपा और पिछले 40 वर्षों से बंद भगवान के द्वार खोल दिए गए और पिछले तीन वर्षों की अल्प अवधि में महीनों लाखों की संख्या में श्वेतांबर जैन भगवान की पूजा करने आते रहे। अब इस तीर्थ को भविष्य में सुरक्षित रखने के लिए निकट भविष्य में धार्मिक आवास-आवासीय तपोवन विद्यालय आदि की योजना बनाई जाएगी।
धार्मिक आवास के लिए श्रेष्ठ ने उदारतापूर्वक लाभ उठाया है और अगले 6/12 महीनों में ही पहली बार में 50 जैन परिवारों के लिए आवास से लेकर सभी सुविधाएं तैयार हो जाएंगी। इस अवसर पर संगीतकार नीलेश राणावत ने लोगों को भक्ति में डूबोया और अंतरिक्षतीर्थ के मुख्य ट्रस्टी ललितभाई धामी ने इस अवसर पर एक सुंदर भाषण दिया। आज मंगल दिन पर डी.एम. परिवार ने साप्ताहिक “युग प्रधान डिजिटल जैन समाचार” लॉन्च किया।